वर्ल्ड डेस्क। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 40 किमी पूर्व में पुगोड़ा शहर में धमाका होने की खबर आई है। राइटर्स के मुताबाकि इस शहर से धमाके की आवाज सुनाई दी है। ईस्टर संडे पर हुए आत्मघाती हमलों और सिलसिलेवार धमाकों के बाद से यहां आपातकाल लगा हुआ है। पूरा देश हाई अलर्ट पर है। आतंकी हमले की जांच की जा रही है। इस जांच में आए दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं। अभी तक करीब 59 संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हमला करने के लिए चर्च और फाइव स्टार होटलों को निशाना बनाया गया था।
मंगलवार को वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इन हमलों की जिम्मेदारी ले ली। माना जा रहा है कि हमले को अंजाम देने में इस संगठन का साथ स्थानीय इस्लामी संगठन तौहीद जमात ने दिया है। अभी तक मरने वालों की संख्या 359 पर पहुंच गई है। वहीं सैकड़ों लोग घायल हैं। श्रीलंका के रक्षा मंत्री रुवान विजयवर्दने ने बुधवार को बताया था कि मृतकों में 39 विदेशी भी शामिल हैं। विदेशियों में 17 की पहचान कर ली गई है और इनके शवों को परिवारों को सौंप दिया गया है। जांच अभी भी जारी है।
इस्लामिक स्टेट ने द्वीप राष्ट्र में हुए इन घातक हमलों की जिम्मेदारी ली और हमलों को अंजाम देने वाले आत्मघातियों की पहचान भी की है। हमलों को सात आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया था। बता दें आतंकी हमले के करीब 56 घंटे बाद आतंकी संगठन आईएस ने इसकी जिम्मेदारी ली। उसने सभी आठों हमलावरों का वीडियो जारी किया। जिसमें हमलावर बगदादी की कसम खाकर न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों पर हुए हमलों का बदला लेने की बात कर रहे हैं। वीडियो में सभी हमलावर आईएस की ड्रेस में दिख रहे हैं।
इससे पहले श्रीलंका के रक्षा मंत्री ने ये भी कहा था कि शुरूआती जांच में पता चला है कि क्राइस्टचर्च का बदला लेने के लिए श्रीलंका के चर्चों और होटलों में धमाके किए गए। स्थानीय संगठन तौहीद जमात ने भी इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। बिना विदेशी नेटवर्क की मदद से इसे अंजाम नहीं दिया जा सकता था। गौरतलब है कि बीते 15 मार्च को क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में एक सनकी शख्स के हमले में 50 लोग मारे गए थे।