धुर विरोध रहे करुणानिध और जयललिता प्रदेश के विकास में दोनों हमेशा एकमत रहे

0
220

चेन्नै। राजनीति में एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे एम करुणानिधि और जे जयललिता हमेशा एक-दूसरे के किसी फैसले का विरोध करते नजर आते थे। दोनों की राजनीतिक दुश्मनी मशहूर थी। हालांकि एक मामला ऐसा था जिसने दोनों को साथ लाकर खड़ा कर दिया था और वह था तमिलनाडु को देश का दूसरा सबसे अमीर राज्य बनाने का लक्ष्य। इसके लिए जब औद्योगीकरण की बात हुई तो दोनों नेताओं ने इसे अपनी दी। यह सहमति तमिलनाडु की किस्मत बदलने जैसा रहा।
Both strongly opposed in the development of Karunanidhi and Jayalalitha
फोर्ड इंडिया से हुई थी शुरूआत
राज्य में चाहे जिसकी सरकार हो, ह्यूंदै, रेनॉ, सैंट गोबैन, हुवैई और दूसरी कई कंपनियां यहां दशकों तक व्यापार किया। इंडिया सीमेंट्स के एमडी और वाइस चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने बताते हैं, ‘करुणानिधि हमेशा सुझावों और इनपुट्स को दिलचस्पी लेकर सुनते थे। वह इंडस्ट्री की जरूरत के मामले में काफी संवेदनशील इंसान थे।

श्रीनिवासन की करुणानिधि से पहली मुलाकात 1968 में हुई थी जब वह कैबिनेट मंत्री थे। श्रीनिवासन बताते हैं, ‘जब बात बिजनस की हो तो करुणानिधि हमेशा आगे की सोच रखते थे।’ डीएमके सरकार का औद्योगीकरण पर अधिक ध्यान का परिणाम ही है कि तमिलनाडु मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में लगातार आगे बढ़ रहा है।

तमिलनाडु में आईटी सेक्टर के लिए रोडमैप बनाया
बात करें दूसरे सेक्टर की तो 2000 तक जब आईटी कंपनियां बेंगलुरु और हैदराबाद में अपने पांव पसारने में बिजी थीं तब करुणानिधि के सामने यह तथ्य सामने आया कि इन दोनों शहरों और सेक्टर में तकरीबन 80 फीसदी लोग तमिलनाडु से ही हैं। इसके बाद एक साल से भी कम समय में उनकी सरकार ने न सिर्फ आईटी सेक्टर के लिए रोडमैप तैयार किया बल्कि बड़े पैमाने पर एक आईटी आॅफिस स्पेस प्रॉजेक्ट टिडेल पार्क को भी प्रमोट किया।

आईटी कॉरिडोर बनाया गया
जल्द ही चेन्नै ने देश के एलीट आईटी क्लब को जॉइन किया। चेन्नै के ओल्ड महाबलीपुरम रोड को आईटी कॉरिडोर का नाम दिया गया और एक 6 लेन योजना ने आॅफिस, इंडस्ट्रियल और रेजिडेंशियल प्रॉजेक्ट के स्ट्रेच का नेतृत्व किया। डीएमके सरकार ने आईटी कॉरिडोर के दूसरे छोर पर कंपनियों को अपने आईटी पार्क विकसित करने के लिए 1,000 एकड़ जमीन भी छोड़ दी। बता दें कि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष मुथुवेल करुणानिधि का मंगलवार शाम चेन्नै के कावेरी अस्पताल में निधन हो गया था।