बुद्ध पूर्णिमा पर बना समसप्तक राजयोग, होगी उन्नति और मिलेगी सफलता

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 भोपाल TIO

हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। 18 मई को वैशाख माह की पूर्णिमा है जिसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने अपना 9वां अवतार भगवान बुद्ध के रूप में लिया था। इस बार बुद्ध पूर्णिमा बहुत ही शुभ मुहूर्त में मनाई जा रही है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन सम सप्तक राजयोग बन रहा है। इस दिन शुभ कार्यों के स्वामी देव गुरु बृहस्पति व नवग्रहों के राजा सूर्यदेव आमने-सामने रहेंगे।

इस कारण सूर्य व गुरु का समसप्तक राजयोग बनेगा। समसप्तक राजयोग बनने से इस दिन सभी कार्यों में स्थायित्व के साथ उन्नति से भरपूर रहेगा। इस दिन भूमि, मकान, वाहन खरीदना, पदभार ग्रहण करना और नए व्यापार व्यवसाय का शुभारंभ करना बहुत ही अधिक शुभ फलदायी और मंगलकारी होगा।

चूना भट्टी कोलार रोड स्थित बुद्ध की प्रतिमा पर लोगों ने शीष झुकाया

हिंदू धर्म के अनुयायी इसे सत्य विनायक पूर्णिमा के रुप में भी मनाते हैं। वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध का अवतार होने पर बौद्ध अनुयायी इसे बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। इस पूर्णिमा पर कई तरह के योग बन रहे हैं, जो शुभ फलदायी और मंगलकारी हैं। वैशाख महीने की बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा घाट पर स्नान करने से कई तरह के पाप से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति व्याप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण के बचपन के दोस्त सुदामा जब द्वारिका उनके पास मिलने पहुंचे थे, तो भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें वैशाख पूर्णिमा यानि सत्य विनायक पूर्णिमा व्रत का विधान बताया। बुद्ध पूर्णिमा पर देश के कई जगहों पर तरह- तरह के आयोजन किए जाते है।

चूना भट्टी पर बुद्ध पूर्णिमा पर शोभायात्रा निकाली गई