ऑरेंज और ग्रीन जोन में शामिल जिलों में लॉकडाउन फेज-3 मिली छूट की धज्जियां उड़ने लगी हैं। बाजारों में सामान्य दिनों से ज्यादा भीड़ देखी जा रही है। बाजार, सब्जी मंडी और बैंकों के अलावा मोहल्लों में ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है- जैसे कोरोना संकट से मुक्ति मिल गई हो। सोशल डिस्टेंसिंग को दूर की बात है, लोग मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। जिला प्रशासन ने अभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मंजूरी नहीं दी है, लेकिन लोग मिनी ट्रकों में सवार होकर आ जा रहे हैं। आज से शराब की दुकानें कुछ जिलों में खुली हैं तो कुछ में बंद हैं।
मध्य प्रदेश में कोरोना भोपाल, इंदौर और उज्जैन के बाद दूसरे जिलों में भी पैर पसारने लगा है। कोरोना मरीजों की संख्या 3 हजार के करीब पहुंच गई। राज्य में कोरोना से अब तक 163 लोगों की मौत भी हुई है। बुराहनपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का परिवार भी कोरोना की चपेट में आ गया। विधायक के भाई की रिपोर्ट 3 दिन पहले ही पॉजिटिव आई थी। सोमवार को विधायक की बहू, भतीजा, सवा साल के पोते की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। उज्जैन के बड़नगर के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। विधायक की आपत्ति के बाद स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट को डाउटफुल बताते हुए जांच के लिए फिर से सैंपल लिया है।
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2950 से ऊपर पहुंच गई है, यहां अब तक 147 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 600 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस रेड जोन और संक्रमित इलाकों को छोड़ बाकी जिलों में शराब और भांग की दुकानें खुल गई हैं। इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1654 पहुंच गई है। भोपाल में 569 और उज्जैन में कोरोना में संक्रमितों की संख्या 176 पहुंच गई है।
अनूपपुर जिले में एक और कोरोना पाजिटिव मिला
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अनूपपुर में पूर्व में कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के साथ भोपाल से अनूपपुर आई महिला भी जांच में कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। महिला में कोई लक्षण नहीं है। महिला आगमन के समय से ही क्वारंटाइन सेंटर जरियारी (वर्तमान में कंटेनमेंट जोन) में रखी गई थी। सोमवार 4 मई, देर रात आईसीएमआर जबलपुर द्वारा कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होते ही महिला को रात में ही क्वारंटाइन केंद्र से जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका है। महिला में कोई लक्षण नहीं है एवं स्वास्थ्य स्थिर है। उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कुल 133 रिपोर्ट में यह जिले में तीसरा कोरोना पॉजिटिव का प्रकरण हैं। 1 मई को भेजे गए 32 सैंपल में से सिर्फ 1 महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है।
छिंदवाड़ा में सड़क हादसे में हुई 2 पुलिस कांस्टेबल की मौत
छिदवाड़ा। सिवनी के लखनवाड़ा के पास छिंदवाड़ा रोड में देर रात हुए सड़क हादसे में बाइक सवार दो आरक्षकों की मृत्यु हो गई। दोनों आरक्षक एक डंपर की चपेट में आ गए थे। जानकारी के अनुसार सिवनी पुलिस लाइन में पदस्थ छिंदवाड़ा के चांद निवासी आरक्षक जगन्नाथ चोरे और सुंदरलाल गढ़वाल बाइक से कहीं जा रहे थे। हाइवे मिडवे ट्रीट के पास सिवनी आ रहे डंपर ने टक्कर मार दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। डंपर का चालक मौके से फरार हो गया है।
कोरोना से ठीक हुए रायसेन के 5 मरीजों की चिरायु अस्पताल से छुट्टी
रायसेन के 5 कोरोना से संक्रमित मरीजों के ठीक होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद सभी अपने अपने घर आ गए हैं। इसके अलावा जिले के 12 अन्य लोगों ने भी कोरोना को मात दी है। सभी 12 लोगों की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। आज कोविड केयर सेंटर इंडियन चौराहे से सभी 12 लोगों की छुट्टी होगी। इस तरह एक दिन में जिले के 17 मरीज कोरोना से मुक्त हो जाएंगे। तीन लोग पहले ही ठीक हो चुके हैं। कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 20 हो जाएगी। रायसेन में कोरोना से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 63 है, जिनमें से 20 लोगों के ठीक होने के बाद 41 एक्टिव केस बचेंगे। दो लोगों की मौत संक्रमण के चलते हुई है। बचे हुए 41 मरीजों का भोपाल और रायसेन में इलाज जारी है।
इंदौर में 1654 कोरोना पॉजिटिव, अब तक 79 की मौत
इंदौर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1654 पहुंच गई है, अभी तक इससे 79 लोगों की मौत हो चुकी है और 468 स्वस्थ हो चुके हैं। सोमवार को इंदौर में 43 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं और दो मौतों की पुष्टि हुई है। वहीं कल 106 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं। वहीं शहर के विभिन्न अस्पतालों में 1107 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। सोमवार को इंदौर के एक निजी अस्पताल के दो डॉक्टरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों डॉक्टरों ने जिनका इलाज किया अब उनकी तलाश करना चुनौती होगी। अस्पताल के स्टाफ की भी जांच कराई जाएगी, साथ ही उनकी बीते 15 दिनों की कॉन्टेक्ट ट्रेस होगी।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर शशांक मिश्र ने शहर के कंटेनमेंट व संक्रमित 25 क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक क्षेत्र में 5-5 टीमों को लगाया गया है। इनकी जिम्मेदारी राजस्व विभाग के अधिकारियों, डॉक्टर, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक को दी गई है। प्रत्येक क्षेत्र के लगभग 250 घरों की जांच की जाएगी। करीब 6250 घरों की जांच होगी। प्रत्येक घर जाकर पूछा जाएगा कि उनके यहां किसी सदस्य को सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, अस्थमा, शुगर व बीपी की बीमारी तो नहीं है।
यह टीमें 14 दिनों तक अपने-अपने क्षेत्रों में नजर रखेगी। संदिग्ध मरीज के मिलने पर तत्काल इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी जाएगी। बता दें कि कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित करने के बाद पूर्व में भी स्वास्थ्य सर्वे किया गया था। मगर इसके बाद भी इन इलाकों से मरीजों का मिलना जारी है। इस कारण प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठकों में यह निर्णय लिया गया कि निर्धारित प्रारूप में जानकारियां जुटाई जाए। साथ ही दवाइयों को भी वितरण कर काउंसलिंग की जाए। साथ ही ऑनलाइन इंट्री भी की जाएगी।