भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश के प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा और मंथन का दौर जारी है। करीब 17 सीटों पर सिंगल नाम तय हो चुके हैं, लेकिन 11 सीटें अभी भी मुश्किल खड़ी कर रही हैं। इन सीटों के लिए टिकटों की मारामारी है। पैनल में कई नाम हैं औ? दिग्गज इन पर एकमत नहीं हो पा रहे हैं।
Congress 11 seats, fight still
कांग्रेस के प्रत्याशी चयन का मामला 20 मार्च तक फाइनल हो सकता है।स्क्रीनिंग कमेटी और केंद्रीय चुनाव समिति की 20 और 21 मार्च को दिल्ली में बैठक है।। उसमें प्रत्याशियों के नाम पर मोहर लग जाएगी। सूत्रों की मानें तो अभी तक स्क्रीनिंग कमेटी ने 17 सीटों पर सिंगल नाम तय किए हैं, लेकिन 20 मार्च को होने वाली कमेटी की अगली बैठक में एक बार फिर सभी 29 सीटों पर चर्चा होगी और उसी दिन सिंगल नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमलनाथ रविवार रात छिंदवाड़ा से फि दिल्ली लौट गए। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो वहां उन्होंने एआईसीसी के कुछ पदाधिकारियों से मुलाकात की, हालांकि मप्र के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया, प्रभारी सचिव सुधांशु त्रिपाठी, हर्षवर्धन सपकाल जैसे नेता दिल्ली में मौजूद नहीं थे।। सूत्र बताते हैं कि कमलनाथ के साथ छिंदवाड़ा से संभावित प्रत्याशी और उनके पुत्र नकुलनाथ भी दिल्ली गए हैं।
इन सीटों पर नाम तय माने जा रहे हैं-
छिंदवाड़ा – नकुलनाथ,
रतलाम-झाबुआ – कांतिलाल भूरिया,
खंडवा – अरुण यादव
सीधी – अजय सिंह के नाम लगभग फाइनल हैं
मुरैना – रामनिवास रावत
भिंड – रामनारायम हिंडोनिया
सागर – प्रभुसिंह ठाकुर
टीकमगढ़ – संजय कसगर
दमोह – रामकृष्ण कुसमरिया
सतना – राजेंद्र सिंह
रीवा – सिद्धार्थराज तिवारी
बालाघाट – विश्वेश्वर भगत के नाम तय बताए जा रहे हैं।
दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया की सीट पर अभी दुविधा बरकरार है। दिग्विजय सिंह के भोपाल या इंदौर से लड़ने की चर्चा है। ज्योतिरादित्य अभी गुना से सांसद हैं, लेकिन वो ग्वालियर शिफ्ट हो सकते हैं।