इंदौर की रेजीडेंसी में सांवेर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते मुख्यमंत्री शिवराज के वायरल ऑडियो पर कांग्रेस ने साधा निशा

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TIO भोपाल

 मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, इसमें वह कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से आदेश मिला था। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए कहा कि- ‘मोदी जी आपने लोकतंत्र की हत्या की है या आपके सीएम आदतन लफ्फाजी कर रहे हैं।’ बताया जा रहा है कि वायरल हो रहा ऑडियो इंदौर की रेजीडेंसी का है, जहां शिवराज सांवेर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। यहां पर शिवराज सिंह चौहान पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे।

कांग्रेस का दावा है कि चौहान इंदौर की रेजीडेंसी में सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इसमें उन्हें ये कहते सुना गया कि “केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया। धोखा कांग्रेस ने दिया।’ हालांकि, ऑडियो की सत्यता की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।

शिवराज ने इंदौर रेजीडेंसी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ये कहा- 

“केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए। यह बर्बाद कर देगी तबाह कर देगी। और आप बताओ कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी क्या‌? और कोई तरीका नहीं था। ये तो मंत्री वहां भी थे। मुख्यमंत्री बनने की तो नहीं सोची थी। अब कांग्रेस वाले कह रहे हैं कि गड़बड़ कर दी। घोटाला कर दिया। मैं आज पूरे विश्वास और ईमानदारी के साथ इस मंच से कह रहा हूं, धोखा कांग्रेस ने दिया। धोखा सिंधिया और तुलसी सिलावट ने नहीं दिया। दर्द और कसक की वजह से मंत्री पद छोड़ दिया। जबकि, सरपंच तक पद नहीं छोड़ते। आज सिंधिया जी और तुलसी भाई का मैं इसलिए स्वागत करता हूं कि भाजपा की सरकार बनाने के लिए मंत्री पद छोड़कर आए। और अब हो रहे हैं चुनाव। ईमानदारी से बताओ कि तुलसी अगर विधायक नहीं बने तो हम मुख्यमंत्री रहेंगे क्या? भाजपा की सरकार बचेगी क्या? हर भाजपा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी है और कर्तव्य है कि तुलसी सिलावट चुनाव नहीं लड़ रहा, आप सब चुनाव लड़ रहे हैं। हम उम्मीदवार हैं। “

कांग्रेस शुरू से कहती आई है कि कमलनाथ सरकार भाजपा ने गिराई : जीतू 
पूर्व मंत्री और कांग्रेस मीडिया प्रमुख जीतू पटवारी ने बुधवार को इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “मुख्यमंत्री ने कल इंदौर में सच्चाई को खुद बयां कर दी। कांग्रेस सरकार को उनके (भाजपा) केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर सिंधिया के साथ मिलकर गिराया गया। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व नहीं चाहता था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चले। कांग्रेस शुरू से ही कहती आई है कि भाजपा ने साजिश-षड्यंत्र रचकर सरकार गिराई। कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि शिवराजजी की स्वीकारोक्ति से हो गई है।’

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों ने मार्च में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सरकार गिर गई। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस्तीफा देने वाले 22 विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए थे। तभी से कांग्रेस बार-बार भाजपा द्वारा सरकार गिराए जाने का आरोप लगा रही थी। जबकि इस मामले में भाजपा का कहना था कि कांग्रेस की सरकार अंदरुनी कलह की वजह से गिरी। सांवेर से इस्तीफा देने वाले विधायक तुलसी सिलावट को मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के बाद मंत्री बनाया गया है।

मप्र की सरकार गिराने के चक्कर में लॉकडाउन लेट किया
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में यह बता कही कि मुझे प्रधानमंत्री ने कहा, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, देश की सरकार ने कहा कि मप्र की सरकार गिराना है। कांग्रेस पार्टी बार-बार कह रही थी कि मप्र की सरकार गिराने के चक्कर में पूरे देश में कोरोना की महामारी फैली। क्योंकि लॉकडाउन लेट किया गया। साथ ही राहुल गांधी की सलाह के बाद भी एयरपोर्ट को लॉकडाउन नहीं किया गया। इसलिए देश की सरकार महामारी को फैलाने की दोषी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सिंधिया नहीं होते, तुलसी सिलावट नहीं होते तो सरकार को नहीं गिरा सकते थे। जो स्वास्थ्य मंत्री था, जिसकी जिम्मेदारी थी, वो बिक गया। उसने षड़यंत्र किया।

कांग्रेस मामले में कोर्ट जाने की तैयारी में
पटवारी ने कहा कि मप्र की सरकार गिराई गई है। हम विधि-विशेषज्ञों से सलाह कर रहे हैं। हम इसे कोर्ट में भी लेकर जाने की तैयारी में हैं। हम इसकी शिकायत राष्ट्रपति से भी करेंगे, क्योंकि यह एक आपराधिक कृत्य है। संविधान के विरुद्ध है। चुनी हुई सरकार को साजिश के तहत गिराया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 8 जून को सांवेर के जनप्रतिनिधियों से रेसीडेंसी कोठी में बैठक की थी। वहीं पर यह बात इन्होंने कही है। कांग्रेस ने कहा इसके साक्ष्य उनके पास मौजूद हैं।

तुलसी सिलावट को सांवेर से जीतने नहीं देंगे
पटवारी ने कहा कि लोकत्रंत की हत्या कर मुख्यमंत्री बने चौहान का कोरोना को लेकर इंदौर आना तो बहाना था, सांवेर चुनाव जीतना उनका मुख्य उद्देश्य है। इसलिए सांवेर का चुनाव कांग्रेस पार्टी को हर हाल में जीतना है। तुलसी सिलावट को किसी भी कीमत में चुनाव नहीं जीतने देंगे। तुलसी ने कहा कि कांग्रेस में व्यक्ति और भाजपा में संगठन चुनाव लड़ता है। 40 साल कांग्रेस में रहते हुए यह व्यक्ति चुनाव लड़ता रहा और संगठन का अपमान करता रहा। सांवेर का चुनाव हम एक लाख फीसदी जीतेंगे। पटवारी ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि हमारे एक भी कार्यकर्ता पर आपने द्वेषपूर्ण कार्रवाई की तो इसका परिणाम भुगतना होगा। क्योंकि आप किसी पार्टी के नौकर नहीं हो।

मुख्यमंत्री का दौरा निराश करने वाला
पटवारी ने कहा कि सत्ता परिवर्तन और खरीद-फरोख्त के 77 दिन बाद मुख्यमंत्री इंदौर पहुंचे। तब तक हमारा शहर कोराेना में छठवें नंबर पर आ चुका था, 165 मौत हो चुकी थीं और करीब 4 हजार लोग संक्रमित हो चुके थे। इतने दिन बाद सीएम यहां आए तो हमें आशा थी कि वे कोरोना को लेकर कोई रणनीति बनाएंगे। मृतकों के परिवारों से संवेदना व्यक्त करेंगे। कोरोना के अलावा जो मरीज परेशान हुए, अस्पतालों ने उनके साथ लूट खसोट की। इलाज नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई, उनके प्रति कोई रणनीति बनाएंगे और आगे तकलीफ ना हो इसकी बात करेंगे, लेकिन हमें निराशा हाथ लगी।

सरकार ने कोरोना को लेकर हाथ ऊंचे किए
पटवारी ने कहा कि एक मुख्यमंत्री इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है कि केवल चुनाव कैसे जीतें। वे मौत पर हंसी-मजाक करके यहां से गए। इंदौर की जनता ने यह सब देखा, उन्हें वही सबक सिखाएगी। हमने कलेक्टर से निवेदन किया था कि कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिलना चाहता है, लेकिन हमें समय नहीं दिया गया। विपक्ष को मुख्यमंत्री ने मिलने का समय ही नहीं दिया। यह दोगली और दोहरी नीति है। इसके बाद भी कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि इस बीमारी में वह प्रशासन के साथ खड़ा है। सरकार ने ऑटो मोड पर इस बीमारी को छोड़ दिया है। आपको जीना हो तो जीयो, मरना हो तो मरो, सरकार ने हाथ ऊंचे कर दिए हैं, इसलिए कांग्रेस सरकार जनजागरुकता अभियान चलाएगी। घर-घर 25 लाख मास्क बंटवाएगी। स्वच्छता में नंबर वन जिस प्रकार से हम बने, अब उसी प्रकार से हमें कोरोना को हराकर नंबर वन बनना है। यह संदेश हम जनता को देंगे।

उपचुनाव को लेकर जारी है गुणा-भाग 
चुनाव आयोग ने अभी 24 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के बीच इसे लेकर गुणा-भाग जारी है। उपचुनाव सितंबर में संभावित हैं। 230 सदस्यीय मध्यप्रदेश विधानसभा में वर्तमान में 206 सदस्य हैं। इसमें 107 भाजपा से हैं और कांग्रेस के 92 सदस्य हैं। चार निर्दलीय, एक समाजवादी पार्टी और दो बसपा विधायक सरकार का समर्थन कर रहे हैं। वर्तमान में बहुमत का आंकड़ा 104 है।

vivek Tankha: यदि किसी भी सोर्स से प्राप्त यह ऑडीओ सही है तो देश के लिए अत्यंत शर्मनाक है।केंद्र के षड्यंत्र से विपक्ष की राज्य सरकारें गिराना भाजपा की अल्प काल में जीत ज़रूर है मगर हमारे समविधान और प्रजातांत्रिक मूल्यों की हार है।पैसे के दम सरकारें बनाना या गिराना छोटी मानसिकता का प्रतीक