- स्वदेशी वैक्सीन का जानवरों पर परीक्षण सफल, भारत बायोटेक ने की घोषणा
TIO NEW DELHI
देश में लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल देखने को मिला। यह तीसरा दिन है जब एक दिन में 95 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। शनिवार को 97,570 नए मामले सामने आए। इन नए मामलों के साथ देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 46 लाख 59 हजार से अधिक हो गई है। लेकिन, राहत की बात यह है कि बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। आंकड़े के अनुसार, अब तक 36 लाख 24 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह अद्यतन किए गए आंकड़े के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 1,201 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 77,472 हो गई है। देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 46,59,985 हो गए हैं, जिनमें से 9,58,316 लोगों का उपचार चल रहा है और 36,24,197 लोग उपचार के बाद इस बीमारी से उबर चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 77.77 फीसदी हो गई है जबकि मृत्यु दर में गिरावट आई है और यह 1.66 फीसदी है। वहीं, 20.56 फीसदी मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। देश में कोरोना मृत्यु दर वैश्विक औसत से भी कम है।
पिछले 24 घंटे में साढ़े 10 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, देशभर में 11 सितंबर तक कुल 5,51,89,226 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से शुक्रवार को एक दिन में 10,91,251 नमूनों की जांच की गई। हालांकि, जांच की यह संख्या गुरुवार की तुलना में कम है, लेकिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी बीच देश में विकसित हो रही भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आ आई है। भारत बायोटेक ने घोषणा की है कि ‘कोवैक्सीन’ का जानवरों पर परीक्षण सफल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “यह दावा किया गया कि परिणामों ने ‘लाइव वायरल चैलेंज मॉडल’ में वैक्सीन की सुरक्षात्मक प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया।” हैदराबाद स्थित फर्म ने ट्वीट किया कि ‘भारत बायोटेक गर्व से ‘कोवैक्सीन’ के पशु अध्ययन परिणामों की घोषणा करता है। यह परिणाम एक लाइव वायरल चैलेंज मॉडल में सुरक्षात्मक प्रभावकारिता प्रदर्शित करते हैं।’
कहा गया है कि ‘कोवैक्सीन’ गैर-मानव स्तनपायी प्राणियों में सर्वोच्च श्रेणी के जीव (बंदर, चमगादड़ आदि) पर अध्ययन के नतीजों से वैक्सीन की प्रतिरक्षा क्षमता (इम्युनोजीनिसिटी) का पता चलता है।। कंपनी ने कहा कि ‘कोवैक्सीन’ ने बंदरों में वायरस के प्रति ऐंटीबॉडीज विकसित की।