देश में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मंगलवार से मुख्यालय बंद रखने का फैसला किया है। बीसीसीआई ने कर्मचारियों से घर से काम करने के लिए कहा है। न्यूज एजेंसी ने बोर्ड के इस फैसले की पुष्टि की है। बोर्ड पहले ही आईपीएल समेत सभी तरह के घरेलू टूर्नामेंट को टाल चुका है। इससे पहले, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की सभी आठों फ्रेंचाइजी ने अगले आदेश तक अपने ट्रेनिंग कैम्प रद्द कर दिए हैं। बेंगलुरु टीम ने सोमवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
फ्रेंचाइजी ने ट्वीट किया, ‘‘सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। हम सभी से अपील करते हैं कि वो स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस का पालन करें।’’ आरसीबी का ट्रेनिंग कैम्प 21 मार्च से शुरू होना था। 4 बार की चैम्पियन मुंबई, चेन्नई और कोलकाता टीम पहले ही अपने कैम्प टाल चुकी है।
आईपीएल का 13वां सीजन छोटा होगा: सौरव गांगुली
इससे पहले, शनिवार को मुंबई में बीसीसीआई और सभी 8 फ्रेंचाइजियों की बैठक हुई थी। इसमें आईपीएल के छोटे फॉर्मेट समेत कई विकल्पों पर चर्चा हुई थी। बैठक के बाद बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि अगर हालात सुधरते हैं तो आईपीएल का 13वां सीजन छोटा होगा। क्योंकि पहले ही 15 दिन की देरी हो चुकी है। हालांकि, यह तय नहीं है कि टूर्नामेंट कितना छोटा होगा और कितने मैच कम होंगे।
3 राज्य अपने यहां आईपीएल मैच कराने से इनकार कर चुके
बोर्ड के लिए 15 अप्रैल के बाद भी आईपीएल कराना आसान नहीं होगा। क्योंकि दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र अपने यहां आईपीएल मैच कराने से इनकार कर चुके हैं। लीग की तीन फ्रेंचाइजियों मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने इन्हीं तीनों राज्यों में अपना बेस बनाया है। ऐसे में जब तक यह राज्य राजी नहीं होंगे, तब तक यहां मुकाबले नहीं कराए जा सकते।
विदेशी खिलाड़ियों को भी 15 अप्रैल तक देश आने की अनुमति नहीं
इसके अलावा विदेशी खिलाड़ियों पर लगा वीजा प्रतिबंध भी फ्रेंचाइजियों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। केंद्र सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर बीते बुधवार को ही यात्रा और वीजा से जुड़े कुछ प्रतिबंध लगाए थे। इसके तहत भारत आने वाले विदेशी नागरिकों के वीजा 13 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड कर दिए गए हैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक, ऑफिशियल, यूएन और अंतरराष्ट्रीय संस्थान, प्रोजेक्ट और एम्प्लॉयमेंट वीजा को ही छूट दी गई है। आईपीएल में आने वाले विदेशी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को बिजनेस वीजा मिलता है। ऐसे में उन्हें भी देश में आने की अनुमति नहीं है। 15 अप्रैल के बाद सरकार इसे लेकर क्या रुख अपनाती है। इसके बाद ही विदेशियों के आईपीएल में खेलने को लेकर तस्वीर साफ होगी।