दुनिया पर कोरोनावायरस का खौफ, भारत पर स्वाइन फ्लू की मार, मेरठ में एक मौत

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नई दिल्ली

एक ओर पूरी दुनिया में कोरोनावायरस से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, भारत में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। एक जनवरी से अभी तक तमिलनाडु में सबसे अधिक 132 केस सामने आ चुके हैं, जबकि चौथे नंबर पर राजधानी दिल्ली है, जहां 43 मरीज अस्पतालों में भर्ती कराए गए। ये खुलासा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में सबसे अधिक दिल्ली में 40 मरीज स्वाइन फ्लू ग्रस्त पाए गए है। इनमें से पांच मरीज ऐसे हैं जो चीन से हाल ही में दिल्ली लौटकर आए हैं। इन्हें कोरोनावायरस की आशंका के चलते भर्ती किया गया था। पुणे स्थित प्रयोगशाला में सैंपल भेजे गए तो इनमें स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आया।

नई दिल्ली स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक वरिष्ठ श्वसन रोग विशेषज्ञ ने बताया कि अब तक आरएमएल में चीन से वापस लौटे 40 लोगों को भर्ती किया जा चुका है। किसी में भी कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन तीन मरीज स्वाइन फ्लू ग्रस्त जरूर मिले हैं। वरिष्ठ हृदययरोग विशेषज्ञ डॉ. आरएन कालरा ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ ही स्वाइन फ्लू का स्ट्रेन भी एक्टिव रहता है। ऐसे में लोग (खासतौर पर दिल के रोगी) को सतर्कता बरतना चाहिए। साकेत स्थित मैक्स अस्पताल के डॉ. विवेक कुमार ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर मामले नियंत्रण में हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, देश में 437 स्वाइन फ्लू ग्रस्त मरीज मिले हैं। इनमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मरीज तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और दिल्ली में मिल रहे हैं। पश्चिम बंगाल की ओर से स्वाइन फ्लू को लेकर केंद्र तक जानकारी नहीं भेजी जा रही है। उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मरीजों की मौत भी हुई है।

दिल्ली में हर साल स्वाइन फ्लू से मौत

वर्ष मरीज मौत
2013 151 16
2014 38 01
2015 4307 12
2016 193 07
2017 2835 16
2018 205 02
2019 3647 31
2020 43
नोट : सभी आंकड़े फरवरी पहले सप्ताह तक के।

इन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा स्वाइन फ्लू

राज्य मरीज मौत
तमिलनाडु 132 01
तेलंगाना 78 00
कर्नाटक 74 00
दिल्ली 43 00
महाराष्ट्र 22 00

नोट : आंकड़े एक जनवरी से 18 फरवरी तक हैं।

यूपी में मरीज कम

बाकी राज्यों की तुलना में स्वाइन फ्लू के मरीज उत्तर प्रदेश में कम मिल रहे हैं, लेकिन यहां एच1एन1 वायरस जानलेवा बना है। अभी तक यहां 16 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए हैं, जिनमें चार की मौत हो गई। 25 फीसदी फ्लू ग्रस्त मरीजों की जान जा चुकी है।

बगैर बुखार के भी फ्लू पॉजिटिव

दिल्ली एम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि उनके यहां कुछ मरीज ऐसे भी आए हैं जिन्हें बुखार न होने के बाद भी प्रयोगशाला जांच के बाद स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। ऐसा एच1एन1 वायरस के स्ट्रेन में बदलाव होने से भी संभव है। वर्ष 2016 में मिशिगन स्ट्रेन पुणे की प्रयोगशाला में पहचाना गया था।