भोपाल/ग्वालियर। एससी-एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद ने पूरे मध्यप्रदेश में हिंसक रूप ले लिया है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में सबसे ज्यादा हिंसा हुई है। कई शहरों, नगरों में तोड़फोड़, आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। जानकारी के मुताबिक इस हिंसा में 3 लोगों के मारे जाने की सूचना है। जबकि दर्जनों घायल हुए हैं। ग्वालियर के कई इलाकों में तोड़फोड़, पथराव, गोलीबारी और आगजनी की खबरें आ रही हैं वहीं भिंड में भीम सेना ने ट्रेन रोकने के लिए पटरी पर ही डेरा जमा लिया। बड़े पैमाने पर हो रही हिंसा के चलते ग्वालियर के मुरार, थाटीपुर, लहार, गोहद, मेहगांव सहित कई स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक ग्वालियर चंबल क्षेत्र में हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। ये पूरा इलाका सुलग रहा है। जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ की जा रही है। ग्वालियर के मुरार इलाके, हजीरा, सदर बाजार, ठाठीपुर सहित कई इलाकों में भयंकर तोड़फोड़ के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। इतना ही नहीं टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उनकी हवा निकाला दी जिससे गाड़ियां टोल नाके पर ही खड़ी हैं और लम्बा जाम लग गया है।
हालांकि बंद को देखते हुए रअऋ की अतिरिक्त कम्पनियां और बड़ी संख्या में पुलिस बल शहर के कई इलाकों में तैनात है, लेकिन हिंसक घटनाएं हो रही हैं। बाद में इरऋ को भी तैनात कर दिया गया है। गौरतलब है कि बड़ी संख्या में दलित संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट के गलत इस्तेमाल पर चिंता जाहिर करते हुए एक्ट में बदलाव किए। कोर्ट के इस फैसले पर दलित संगठन कानून को कमजोर करने की दलील दे रहे हैं और लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।
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भिंड में ट्रेन रोकी
भिंड। ट्रेन को रोकने के लिए भीम सेना के लोगों ने पटरी पर डाला डेरा। प्रदर्शनकारियों ने छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस रोकी। काफी समय तक ट्रेन यातायात बाधित रहा, बाद में इसे क्लियर किया गया। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रेक पर जमा हो गए हैं। वहीं मेहगांव में पथराव, गोहद में फायरिंग की घटनाएं हुई हैं। गोहद में 3 लोगों घायल होने की सूचना है।
मुरैना में भी पथराव
मुरैना। दलित संगठनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर हिंसा हो रही है। प्रदर्शनकारी आते-जाते लोगों पर पथराव भी कर रहे हैं। वहीं विरोध रैली के दौरान दुकानदार, आटो चालकों के साथ मारपीट, गाड़ियों में तोड़फोड़ और महिला सवारियों के साथ अभद्रता की शिकायतें मिल रही हैं। लाठियां लेकर प्रदर्शनकारी आते-जाते वाहनों में तोड़फोड़ कर रहे हैं।
इंदौर में भी प्रदर्शन
शहर में बंद समर्थकों ने बाइक पर मल्हारगंज, टोरी कार्नर, गोराकुंड, खजुरी बाजार और राजवाड़ा इलाके में लंबा जाम लग गया। यहां लोग कलेक्टर के दफ्तर पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आदिवासी सदस्यों ने सोमवार सुबह से पैदल व दोपहिया वाहनों से शहर का भ्रमण शुरू किया। इस दौरान दुकान एवं प्रतिष्ठान खोलने से पहले ही बंद करने की अपील की गई। बाद में कुछ दुकानें खुली तो उन्हें बंद करवाया गया।
इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई। सदस्यों ने जनप्रतिनिधियों के घर पहुंचकर उन्हें नींद से जगाया और आंदोलन में शामिल होने की अपील की। शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी तैनात नजर आए स्थानीय सब्जी मंडी में वाद विवाद की स्थिति बनी एक घंटा मंडी चलाकर बंद करने पर मामला शांत हुआ।