TIO इंदौर
इंदौर में रामनवमी पर हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 36 तक पहुंच गई है। हादसे के 24 घंटे बाद गुम व्यक्ति सुनील सोलंकी का शव शुक्रवार को करीब 12 बजे बावड़ी में मिला। अब उसे निकालने की तैयारी जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल और घटनास्थल का दौरा किया और स्थितियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा।
सुनील सोलंकी एक अन्य व्यक्ति ललित सेठिया में साथ हवन में शामिल थे। जब वह गिरे तो इन्होंने कई लोगों की जान भी बचाई थी, लेकिन किसी ने इन्हें ही पानी में खिंच लिया और वह डूब गए। सुनील साइकलिस्ट भी थे। अभी टीम एक बार फिर बावड़ी की तलाशी लेगी की कोई और तो नहीं है। इसके बाद रेस्क्यू आपरेशन खत्म कर दिया जाएगा।
बता दें, स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनी बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से कई लोग बावड़ी में गिर गए थे। पहले यह संख्या 25 बताई जा रही थी, लेकिन गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे की घटना के बाद से शुक्रवार सुबह तक रेस्क्यू अभियान जारी है और इममें से 35 शव निकाले जा चुके हैं। गुरुवार को 18 लोगों को रेस्क्यू अभियान के तहत बचाया गया था। अस्पताल से कुछ लोगों को घर भी भेजा जा चुका है।
पूर्व पार्षद दो पर केस दर्ज
इस पूरे मामले में इंदौर पुलिस ने दो लोगों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इसमें पूर्व पार्षद और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और एक सचिव मुरली सबनानी शामिल है। पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर ने इस बात की पुष्टि की है।
अंतिम व्यक्ति की तलाश जारी
बावड़ी को फिर से ख़ाली किया जा रहा है। हालांकि अब अव्यवस्थाएं हैं। निगम कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर, निगमायुक्त चर्चा कर रहे हैं, कोई साधन नहीं है। ये मंगवाया- वो मंगवाया चल रहा है।
प्रदेश भर में खुले कुंए व बोरवेल की जांच होगी- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है। पूरा प्रशासन और मैं रातभर बैठकर इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखी थी। हमारी इस समय प्राथमिकता यह है कि अंतिम खोए व्यक्ति की तलाश पूरी की जाए और रेस्क्यू आपरेशन पूरा किया जाए। हमने घटना के मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं। मामले में पुलिस केस भी दर्ज किया गया है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हादसे में घायलों का इलाज सरकार कराएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे में पीड़ित परिवारों को राहत राशि देने की घोषणा की है। राज्य सरकार भी कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सरकार ने पूरे प्रदेश में इस तरह की बावड़ियों, कुंओं और खुले बोरवेल के जांच करने के आदेश दिए हैं। यदि खुले बोरवेल निजी हैं, तो उन पर कार्रवाई भी करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल हमारी प्राथमिकता लापता व्यक्ति को ढूंढने की है।