नई दिल्ली। करीब 55 घंटों से दिल्ली खतरनाक स्तर का प्रदूषण झेल रही है। लोग घरों और आॅफिसों में कैद हैं। जरूरी काम से ही बाहर निकल रहे हैं। प्रदूषण अभी भी खतरनाक कैटिगरी में है। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 431 रहा। वहीं, सफर के 8 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर शाम 5 बजे तक एयर इंडेक्स 1093 बना रहा। ये इलाके हैं- धीरपुर, डीयू, पीतमपुरा, पूसा, लोदी रोड, एयरपोर्ट टर्मिनल थ्री, मथुरा रोड और आया नगर।
Delhi people may have to suffer for three days and toxic wind, people imprisoned in homes and offices
सफर के मुताबिक, दिल्ली में बच्चों, बुजुर्गों, अस्थमा मरीजों को बाहर नहीं निकलना चाहिए। सफर के पूवार्नुमान के अनुसार अब धीरे-धीरे प्रदूषण कम जरूर होगा लेकिन अगले तीन दिनों तक पीएम 10 का स्तर खतरनाक लेवल पर ही बना रहेगा। सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक प्रदूषित ग्रेटर नोएडा रहा। यहां एयर इंडेक्स 500 रहा।
गुड़गांव में 485, भिवाड़ी में 421, नोएडा में 390, गाजियाबाद में 384 और फरीदाबाद में 317 एयर इंडेक्स दर्ज हुआ। सीपीसीबी के अनुसार, एनसीआर में भी कंस्ट्रक्शन ऐक्टिविटी रोकने को कहा गया है। स्टोन क्रशिंग प्लांट को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी दिल्ली से अधिक प्रदूषण एनसीआर के शहरों में है, इसलिए वहां भी इस तरह के कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। ईपीसीए चेयरमैन डॉ. भूरे लाल ने बताया कि सभी चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिए हैं कि कंस्ट्रक्शन को कुछ समय के लिए रोक दिया जाए। हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी ने इसकी पुष्टि कर दी है। वहां 24 घंटे कंस्ट्रक्शन ऐक्टिविटी पर रोक रहेगी।
तापमान ने भी तोड़ा 8 सालों के रेकॉर्ड
धूल का गुबार बढ़ने के साथ दिल्ली का न्यूनतम तापमान भी बढ़ा है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री रहा वहीं न्यूनतम तापमान 32 डिग्री पर रहा। यह सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। स्काइमेट के अनुसार न्यूनतम तापमान में हो रही वृद्धि की वजह धूल है।स्काइमेट के अनुसार हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल का गुबार छाया हुआ है।
सुबह और शाम के समय धूल अधिक नजर आ रही है। धूल की इस चादर की वजह से गर्मी अधिक महसूस हो रही है। खासकर सुबह, शाम व रात को। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि धूल की यह चादर जमीन की सतह से गर्मी को वायुमंडल में वापस जाने से रोक रही है। यही वजह है कि 12 जून की तुलना में 13 जून को न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री का अंतर दिखाई दिया।
मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों तक इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। गर्म धूल के इस गुबार से शुक्रवार को राहत नहीं मिलेगी। दोपहर के समय हवा चलने से धूल के गुबार में कुछ कमी देखने को जरूर मिली। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी 15 से 25 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी और धूल छाई रहेगी। गुरुवार को भी न्यूनतम तापमान ने पिछले आठ सालों के रेकॉर्ड को तोड़ दिया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अब महज 7 डिग्री का अंतर चल रहा है। नमी का स्तर भी 31 से 49 प्रतिशत तक बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार धूल धीरे-धीरे कम हो रही है, लेकिन इससे शनिवार शाम तक ही राहत मिल पाएगी।