भोपाल। विधानसभा चुनाव के मतदान के बाद ईवीएम की गड़बड़ियों को लेकर कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार और प्रशासनिक अफसरों को घेरने में लगी है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने दिल्ली में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा से इस संबंध में मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि जिन जिलों में ईवीएम रखने में गड़बड़ी हुई है, उन जिलों के कलेक्टरों को मतगणना से दूर रखा जाए।
Demand of Congressmen from Chief Election Commissioner, away from counting of collectors of Disturbed Districts
मुख्य निर्वाचन आयुक्त अरोड़ा से मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, अहमद पटेल, कपिल सिब्बल, विवेक तन्खा व वरुण चौपड़ा ने मुलाकात की। नाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में मतदान के बाद लगभग हर जिले से यह शिकायतें आई हैं कि ईवीएम रखने में गड़बड़ी की जा रही हैं। कहीं मशीनों को रखने में गड़बड़ी की गई तो भोपाल के स्ट्रांग रूम में ईवीएम रखे जाने के बाद बिजली गुल हो गई और शुजालपुर में एक होटल में ईवीएम मिली।
इसके अलावा कई अन्य जिलों से इसी तरह ईवीएम से छेड़छाड़ के प्रयास की शिकायतें आई हैं। नाथ ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मांग की है कि जिन जिलों से ईवीएम में गड़बड़ी की कोशिशों की शिकायतें आई हैं, वहां के कलेक्टरों को मतगणना से दूर रखा जाए। साथ ही उन अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई भी की जाए।
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मतगणना की टेबल 14 के बजाय 21 करने, मतदान में उपयोग की गई ईवीएम और अनुपयोगी ईवीएम को अलग-अलग रखने की व्यवस्था करने, हर राउंड के समाप्त होने पर रिटर्निंग आॅफिसर के हस्ताक्षर में लिखित मतगणना हर प्रत्याशी को देने, उपयोग हो चुके व अनुपयोगी मतपत्रों की संख्या उपलब्ध कराने और ईवीएम के मतों की गणना के पहले पूरी तरह डाकमत्रों की गणना करने की मांग की है।
कांग्रेस नेताओं ने कटनी और अन्य जगहों पर डाकमत्र के डिब्बों से छेड़छाड़ करने वाले अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग भी की है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में खुरई, सतना, भोपाल और शुजालपुर की घटनाओं के बारे में भी शिकायत की है।