भोपाल। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में 1.5 करोड़ रुपये के करीब की कीमत का हीरा पाने वाले मजदूर मोतीलाल प्रजापति का दिल सोने का निकला। हालांकि वह 42.9 कैरेट का बेशकीमती हीरा उसे ही खुदाई के दौरान मिला था, इसे उन्होंने अपने साथी रघुवीर प्रजापति के साथ साझा करने का फैसला किया था। रघुवीर ने कभी 8मी७8मी की जमीन लीज पर लेने के लिए 250 रुपये साझा करके मोतीलाल की मदद की थी।
Diamond wage will make money with your needy partner
मोतीलाल कहते हैं, ‘वह मेरा पार्टनर है। और उसे मुझसे ज्यादा पैसों की जरूरत है क्योंकि वह ज्यादा गरीब है।’ वह आगे बताते हैं, ‘मुझे पैसों की जरूरत है और मैं अपने बैंक में ट्रांसफर होने वाली राशि के लिए उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं लेकिन रघुवीर को ज्यादा इसकी ज्यादा जरूरत है और उसकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है।’
हालांकि मोतीलाल को बैंक में पैसे ट्रांसफर होने के लिए अभी थोड़े दिन का इंतजार और करना पड़ सकता है। साधारणतया एक हीरे की नीलामी इसके मिलने के दो हफ्ते के अंदर हो जाती है लेकिन इस बार चुनाव की वजह से इसे दिसंबर के आखिर तक कराए जाने की उम्मीद है। जिले के हीरा अधिकारी संतोष सिंह ने बताया, ‘नीलामी 15 दिनों में हो जाती अगर प्रदेश में चुनाव संहिता लागू न हुआ हो।’
पूजा करके और मिठाई बांटकर मनाया जश्न
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर स्टाफ चुनाव की ड्यूटी में व्यस्त हैं। हीरे के मिलने का जश्न मनाने के सवाल पर मोतीलाल ने बताया, ‘हमने छोटी सी पूजा रखी थी और मिठाई बांटी। भगवान को उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया।’ बता दें कि मध्य प्रदेश में हीरे की खदानों की लिए मशहूर पन्ना जिले में मंगलवार को एक मजदूर को खदान से 42.59 कैरट का एक बहुमूल्य हीरा हाथ लगा। इस इलाके में यह अब तक का पाया गया दूसरा सबसे बड़ा और कीमती हीरा है। अधिकारियों के मुताबिक, इससे पहले यहां वर्ष 1961 में 44.55 कैरट का सबसे बड़ा और कीमती हीरा मिला था।