गुजरात में नरेंद्र से ज्यादा सीटें भूपेंद्र ले आए:155 सीटों के साथ भाजपा की रिकॉर्डतोड़ जीत के आसार
TIO NEW DELHI
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के वोटो की गिनती जारी है। यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। हिमाचल प्रदेश में 1985 के बाद से किसी भी दल ने लगातार दो विधानसभा चुनाव नहीं जीते हैं। यदि भाजपा इस राज्य में सत्ता में बनी रहती है तो यह भी एक रिकार्ड होगा। हिमाचल में 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का आज फैसला होगा। सुबह 8 बजे से 68 विधानसभा सीटों पर मतगणना हो चुकी है। प्रदेश में एक ही चरण में 12 नवंबर को आयोजित किया गया था।
- मंडी की पांचों सीटों के रिजल्ट घोषित: करसोग सीट पर दीपराज कपूर ने कांग्रेस के महेशराज को हराया। सरकाघाट सीट पर दलीप ठाकुर ने कांग्रेस के पवन कुमार को हराया। मंडी सीट पर अनिल शर्मा ने कांग्रेस की चंपा ठाकुर को हराया।
- शिमला ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व CM दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह कुल 7233 मतों से आगे चल रहे हैं।
- निर्दलीय उम्मीदवार केएल ठाकुर, नालागढ़ और और हितेश्वर सिंह बंजार विधानसभा क्षेत्रों से आगे चल रहे हैं।
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिले की चार में से 2 सीटों पर BJP और दो सीटों पर कांग्रेस आगे है।
गुजरात में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करती दिखाई दे रही है। काउंटिंग के रुझानों के मुताबिक भाजपा 182 में से 146 सीटों पर आगे है और 9 सीटों पर वह जीत चुकी है। अगर ये रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं, तो भाजपा 1985 में कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड तोड़ देगी। मोदी के गुजरात का उट रहते भाजपा ने 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं।
आंकड़ों पर जाएं तो 1985 के चुनाव में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में कांग्रेस ने 149 सीटें जीती थीं। भाजपा 150 का आंकड़ा पार करने पर अपनी जीत का नया बेंचमार्क तय करेगी, साथ ही साथ कांग्रेस की जीत का रिकॉर्ड भी तोड़ देगी। दिलचस्प बात यह है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था- नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ेंगे। चुनाव नतीजों में यह नजर भी आ रहा है।