यूपी गठबंधन को लेकर बड़े ऐलान की नहीं उम्मीद, माया खुले रखना चाहती हैं अपने रास्ते

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लखनऊ। यूपी में गठबंधन की गांठ जल्दी नहीं खुलने वाली है। बीएसपी प्रमुख मायावती के जन्मदिन पर भी गठबंधन को लेकर किसी बड़े ऐलान की उम्मीद नहीं है। मायावती फिलहाल अपने सभी रास्ते खुले रखना चाहती हैं। सूत्रों का कहना है कि वह सभी समीकरण भांपने के बाद ही गठबंधन पर फैसला लेंगी।
Do not expect big announcement about UP coalition, Maya wants to keep its way open
बीएसपी प्रमुख मायावती और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव यह ऐलान पहले ही कर चुके हैं कि दोनों पार्टियां मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। अब सवाल यह है कि इस गठबंधन में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं। कांग्रेस को लेकर दोनों पार्टियों की तय दूरी और खुलकर विरोध ना करने की रणनीति से यह संदेश जा रहा है कि सभी पार्टियां अभी से रास्ते बंद नहीं करना चाहतीं। यूपी में बनने वाले गठबंधन में खासतौर से बीएसपी की भूमिका अहम है।

पिछले दिनों कांग्रेस के नेतृत्व में नई दिल्ली में हुई विपक्षी दलों की हुई बैठक में मायावती और अखिलेश यादव नहीं शामिल हुए थे। राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुए शपथ ग्रहण समारोह से भी दोनों ने दूरी बनाई थी। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को अपशब्द कहने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह को मायावती ने हटा दिया था। हाल ही में गठबंधन को लेकर भी राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का बयान आया कि कांग्रेस रहित गठबंधन पर अभी पार्टी ने कोई निर्णय नहीं लिया है।

कांग्रेस के बढ़ते जनाधार पर भी नजर
बीएसपी प्रमुख 5 राज्यों के विधान सभा चुनाव के पहले से ही मायावती लगातार दिल्ली में हैं। सूत्रों का कहना है कि जनवरी पहले सप्ताह में वह लखनऊ आ रही हैं। इस दौरान वह पार्टी संगठन की बैठकें लेंगी। साथ ही, गठबंधन को लेकर जमीनी स्तर पर समीकरणों का जायजा लेंगी। मायावती का जन्मदिन भी 15 जनवरी को है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वह अपना जन्मदिन हमेशा की तरह जन कल्याणकारी दिवस के तौर पर मनाएंगी। इस मौके पर गठबंधन के ऐलान की अटकलें भी बेमानी हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि फिलहाल वह गठबंधन का ऐलान नहीं करेंगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि पिछले दिनों कांग्रेस के बढ़े जनाधार को भी वह भांप रही हैं। चुनाव नजदीक आने पर स्थितियां और साफ हो जाएंगी। बदली हुई परिस्थितियों को देखकर ही वह निर्णय लेंगी। मायावती के निर्णय पर भी एसपी की भी निगाह टिकी हैं।