नियमों का उल्लघंन करने वाले रसूखदार को भी न छोड़ें

0
538

TIO BHOPAL

सीधी जिले में 16 फरवरी को हुए दर्दनाक बस हादसे में 51 लोगों की मौत के बाद शिवराज सरकार की नींद टूटी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मृतकों के परिजन से मुलाकात संवेदना व्यक्त की थी। इसके बाद प्रदेश भर में 18 फरवरी से यात्री वाहनों की जांच का अभियान चलाया जाएगा। परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा ने बुधवार देर शाम इस संबंध में सभी जिलों के आरटीओ को निर्देश जारी किए।

सीधी बस हादसे में अब नहर से 51 शव निकाले जा चुके हैं, इनमें तीन लोग और लापता बताए गए हैं, गुरुवार सुबह से इनती तलाश में सेना की टीम लगी है। लापता की तलाश में नहर में करीब 20 किमी से ज्यादा तलाश की गई है। इस बात की आशंका भी है कि वे नहर में बनी सुरंग में फंसे हो सकते हैं, ऐसे में तीव्रगति से पानी छोड़ा जाएगा, जिससे दूसरी ओर ये आ जाएं। इसके पहले बुधवार को सपनी द्वारी जिला सीधी निवासी देवेश (22) पुत्र दीनदयाल प्रजापति निवासी, खुशबू (23) पुत्री बंशपति पटेल निवासी पचोखर चुरहट सीधी, स्वाति (19) पुत्री प्रताप मनोज प्रजापति निवासी हरफरी चितरंगी सिंगरौली और सौम्या (5) पुत्री हरिप्रताप गोंड निवासी देवसर सिंगरौली के शव नहर से बरामद हुए थे।

शर्मसार करने को काफी है बड़े हादसों की जांच का हश्र

मंगलवार को सीधी में नहर में बस के डूब जाने की घटना के बाद लोगों को इसी क्षेत्र में हुई दो बड़ी घटनाओं की अचानक याद आ गई। इन दोनों घटनाओं में बड़ी संख्या में यात्रियों ने जान गंवाई थी। हादसों के बाद जांच की औपचारिकता हुई। कुछ लोग दोषी ठहराए गए लेकिन प्रशासनिक खामियों और जिम्मेदार अधिकारियों के असंवेदनशील रवैये से वह भी बरी हो गए। पूर्व में हुए हादसों से यदि सबक लिया गया होता तो मंगलवार को सीधी में इतनी बड़ी घटना को रोका जा सकता था।

मिश्रा ने कहा, मानवीय भूल के चलते यह हादसा हुआ है। घटना की जांच कराई जा रही है, ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता चल सके। उन्होंने कहा कि गुरुवार से एक सप्ताह तक पूरे प्रदेश में यात्री वाहनों की जांच का अभियान शुरु किया जा रहा है। इस दौरान यात्री वाहनों का फिटनेस, सुरक्षा के लिए लगवाए गए दोनों दरवाजे और स्पीड गवर्नर की जांच कराई जाएगी। यदि कहीं गड़बड़ी या लापरवाही पाई जाती है, तो बस संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प​रिवहन मंत्री परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन न करने वाले बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जांच अभियान में लापरवाही या कोताही न बरती जाए। चाहे कोई रसूखदार हो, यदि नियमों का उल्लंघन किया, तो कार्रवाई की जाए। राजपूत ने अफसरों से कहा कि किसी का फोन आए, तो भी कार्रवाई न रोकी जाए।

भोपाल, विदिशा और जबलपुर में बुधवार को सक्रिय हो गया था अमला

भोपाल आरटीओ उड़नदस्ते ने बुधवार को यात्री बसों की चेकिंग शुरू कर दी। अमले ने सुबह से शाम तक इंदौर रोड खजूरी सड़क पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान भोपाल, सीहोर, इंदौर मार्ग पर बिना फिटनेस, बीमा के दौड़ रही दो बसों को जब्त कर लिया है। शाम छह बजे तक लगातार रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद रोड पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया गया। भोपाल के अलावा विदिशा, रायसेन और जबलपुर में भी आरटीओ सड़क पर उतरे थे।