नई दिल्ली
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) त्रिपुरा शाखा के महासचिव, डॉक्टर एस देबबर्मा ने कहा, 24 घंटों तक त्रिपुरा गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन और आईएमए त्रिपुरा के डॉक्टर ओपीडी सेवा नहीं लेंगे। सभी पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में प्रधर्शन करेंगे। ओपीडी के अलावा बाकी सेवाएं सुचारू रूप से चलेंगी।
गुजरात के वडोदरा में सर सयाजीराव जनरल अस्पताल के डॉक्टरों ने ओपीडी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बंगाल हिंसा के विरोध में आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। राजस्थान में जयपुरिया अस्पताल तके डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
12 बजे से डॉक्टरों की हड़ताल में शामिल होगी एम्स
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जिसने पहले हड़ताल से अलग रहने का फैसला लिया था वह अब इसमें शामिल होगा। आज दोपहर 12 बजे से कल सुबह छह बजे तक डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। इससे पहले एम्स के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा था कि वह सोमवार सुबह आठ से नौ बजे तक मार्च करेगा लेकिन आईएमए की हड़ताल में हिस्सा नहीं लेगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने देशभर में 24 घंटे के लिए गैर-आवश्यक चिकित्सा सेवाओं को वापस लेने का आह्वान किया है जिसमें ओपीडी सेवा शामिल है। सुबह छह बजे से देशभर की ओपीडी सेवा रद्द रहेंगी। यह फैसला कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर हुए हमले के प्रति समर्थन दिखाने के लिए लिया गया है। आपातकालीन और आईसीयू सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।
आईएमए ने अस्पतालों में होने वाली हिंसा को रोकने के लिए एक देशव्यापी कानून बनाए जाने की मांग की है जिसमें न्यूनतम सात साल की सजा का प्रावधान हो, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए और पर्याप्त सुरक्षा राज्य की जिम्मेदारी हो। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन, सफदरजंग अस्पताल प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। आज ममता बनर्जी से डॉक्टर बातचीत करेंगे।