TIO नीमच
सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश की कमलनाथ सरकार तबादलों को लेकर घिरी हुई है। आए दिन हर विभाग के तबादले किए जा रहे है।स्थिति ये है कि तबादलों के वक्त ये ध्यान ही नही रखा जा रहा है कि किसका कहां और कितनी बार तबादला किया जा रहा है। ताजा मामला नीमच से सामने आया है। जहां शिक्षा विभाग ने बंद पड़े स्कूलों में ही अध्यापकों की पोस्टिंग कर दी। वही सरकार की इस लापरवाही ने भाजपा को बड़ा मौका दे दिया है। आने वाले दिनो ंमें भाजपा इसे मुद्दा बनाकर घेराबंदी कर सकती है।
दरअसल, नीमच जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर जावद उपखण्ड का अंबा एक गाँव है जहां शिवराज सरकार के रहते हुए पिछले सत्र में ही शासकीय माध्यमिक शाला बंद कर दी गई थी यहाँ कई बार अध्यापको का टोटा रहा लेकिन अब जब स्कूल बंद हो गया तो सरकार ने यहाँ अध्यापक की पोस्टिंग कर दी। ऐसा एक दो नहीं जिले के 45 बंद स्कूलों में से अधिकाँश में अध्यापको के तबादले कर दिए गए। इस लापरवाही के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे है।वही मामला सामने आने पर प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी ने आगामी दो-तीन दिन में जिले के सभी संकूलों से जानकारी मंगवाई है। स्कूलों से विद्यार्थियों की संख्या, स्वीकृत पद, पदस्थ और रिक्त पद के साथ ही अतिशेष शिक्षकों की जानकारी मंगवाई गई है।माना जा रहा है कि लापरवाही के बाद अधिकारियों पर गाज गिरना तय है।
इनका कहना है
यह लापरवाही नहीं, सुनियोजित खेल है। बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसकी जांच ही नहीं वरना दोषी अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही की जानी चाहिए।
परमजीत सिंह फौजी, आरटीआई कार्यकर्ता
कमलनाथ सरकार में तबादलों की फाइल यूं ही नहीं चलती, रुपए देना पड़ते है। जो स्कूल पिछली सरकार में बंद हो चुके उनमे तबादले करप्शन का बड़ा खेल है।
कमलेश मंत्री, जिला मीडिया प्रमुख , भाजपा