TIO New Delhi
भारत सरकार ने भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को वापस लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसके लिए कई एजेंसियां डोमिनिका सरकार के संपर्क में हैं, जिनका कहना है कि चोकसी मूल रूप से एक भारतीय नागरिक है। उसने लगभग दो अरब यूएस डॉलर की धोखाधड़ी करने के बाद भारत में कानून से बचने के लिए नई नागरिकता ली थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारत ने बैक-चैनल और राजनयिक मार्ग के माध्यम से डोमिनिका से स्पष्ट रूप से कहा है कि मेहुल चोकसी को एक भगोड़े भारतीय नागरिक के रूप में माना जाना चाहिए, जिसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस है। भारत ने उसे भारतीय अधिकारियों को सौंपने की बात कही है। चोकसी के द्वारा अभी तक अपनी भारतीय नागरिकता से इनकार करने का कोई मामला नहीं सामने आया है।
एंटीगुआ ने भी डोमिनिका से चोकसी को सीधे भारत को सौंपने का आग्रह किया है। हालांकि, बाद में एक बयान जारी कर कहा था कि चोकसी को एंटीगुआ को सौंप दिया जाएगा। चोकसी को एंटीगुआ में पूर्ण कानूनी संरक्षण प्राप्त है और वहां से चोकसी को भारत को सौंपने में समय लगेगा। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने एक साक्षात्कार में एएनआई को बताया है कि चोकसी को एंटीगुआ में वापस प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।