कश्मीर में भारी सुरक्षा के बीच मन रही ईद, तस्वीरों में देखें देश के नजारे

0
245

खास बातें

– अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद नए जम्मू-कश्मीर की पहली बकरीद।
– मोबाइल वैन से घर-घर पहुंचाए गए गैस सिलिंडर और सब्जियां।
– घाटी में अस्पताल और दवा की दुकानें खुलीं, विमान सेवाएं भी सुचारू।
– श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी के मुताबिक, हालात शांतिपूर्ण हैं।
– मस्जिदों में नमाज के लिए पुख्ता इंतजाम।

 जम्मू

अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद नए जम्मू-कश्मीर की पहली बकरीद आज है। इससे पहले यहां का माहौल तेजी से सामान्य हो रहा है। बकरीद से पहले बैंक, एटीएम और कई बाजार रविवार को भी खुले रहे। इस मौके पर नमाज को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को खाने-पीने समेत अन्य जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए पाबंदियों में ढील दी है। अधिकारियों के मुताबिक, घाटी में हिंसा की कोई खबर नहीं है।

श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी के मुताबिक, हालात शांतिपूर्ण हैं। लोगों की आवाजाही और यातायात में ढील दी गई है। हर संवेदनशील इलाके में आम लोगों की सहूलियत के लिए मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। श्रीनगर में छह मंडियां और बाजार बनाए गए हैं, जहां कुर्बानी के लिए 2.5 लाख भेड़ें लाई गई हैं। रसोई गैस सिलिंडर, मुर्गियां, अंडे और सब्जियों की आपूर्ति के लिए घर-घर मोबाइल वैन जा रहे हैं। इंटरनेट सेवा और संचार के साधनों पर पाबंदी के चलते 300 विशेष टेलीफोन बूथ बनाए गए हैं, ताकि लोग रिश्तेदारों और परिजनों से बातचीत कर सकें। हर जिले में राशन घाट बनाए गए हैं। कश्मीर संभाग में 3,697 राशन घाटों में से 3,557 राशन घाटों पर लोगों की रोजमर्रा
की जरूरतें पूरी की जा रही हैं।

बिजली-पानी की आपूर्ति बहाली के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। घाटी में अस्पताल व दवा की दुकानें खुलीं रहीं। डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे। इनके पहचान पत्र को मूवमेंट पास के रूप में मान्य किया गया है। अस्पतालों में दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता है। इस बीच श्रीनगर के लिए विमान सेवा भी सुचारु हो गई है। सभी फ्लाइट अपने निर्धारित समय पर पहुंचीं। यात्रियों के टिकट को मूवमेंट पास के रूप में मान्य किया गया है। इससे यात्रियों को अपने घर पहुंचने में दिक्कत नहीं हुई।

जिला प्रशासनों को कश्मीर के हालात पर लगातार नजर रखने को कहा गया है। उन्हें मस्जिदों में नमाज पढ़ने जाने वालों को हरसंभव मदद मुहैया कराने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों से बचने के लिए भी फौरन कदम उठाने के लिए तैयार रहें। अधिकारियों के मुताबिक, हमें बीते तीन दिनों में 4600 फोन कॉल आए। इनमें से 150 घरों में जाकर हमने परिजनों की मदद की। बकरीद के मद्देनजर कर्मचारियों को वेतन और मजदूरों की दिहाड़ी पहले ही दी जा चुकी है।

हज यात्रा से लौटने वालों के लिए सुरक्षा इंतजाम
अधिकारियों का कहना है कि सऊदी अरब से हज यात्रा कर लौटने वालों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हज यात्री 18 अगस्त से स्वदेश लौटेंगे। सभी उपायुक्तों को हवाईअड्डे पर नोडल अफसर तैनात करने के लिए कहा गया है। एयरपोर्ट और हज हाउस में विशेष हेल्पलाइन डेस्क की स्थापना की गई है।

  • 65 दिनों के लिए गेहूं
  • 55 दिनों के लिए चावल
  • 17 दिनों के लिए मांस
  • 30 दिनों के लिए मुर्गियां
  • 35 दिनों के लिए मिट्टी का तेल
  • 30 दिनों के लिए एलपीजी सिलेंडर
  • 28 दिनों के लिए डीजल-पेट्रोल

 

राज्यपाल ने दी मुबारकवाद
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बकरीद की मुबारकबाद देते हुए उनकी भलाई और समृद्धि की कामना की। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह त्योहार सांप्रदायिक सौहार्द, भाईचारे और मेलजोल को और अधिक मजबूत करेगा। साथ ही जम्मू-कश्मीर के उस गौरवशाली बहुलवादी संस्कृति को पुनर्जीवित करेगा जिसके लिए वह सदियों से जाना जाता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना की।

बकरीद से पहले राजोरी और किश्तवाड़ में प्रशासन ने सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक कर्फ्यू में ढील दी। इस दौरान बाजार खुले रहे और यहां जमकर खरीदारी हुई। रात में कर्फ्यू अभी जारी है। किश्तवाड़ के उपायुक्त अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि उनके कार्यालय में हेल्पलाइन नंबर 01995-261455, 259817, 261021 व 259852 स्थापित किए गए हैं जहां से लोग फोन कर सकते हैं। डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी किश्तवाड़ का दौरा कर कानून-व्यवस्था का जायजा लिया।