2024 तक हो सकता है एचआईवी-एड्स का सफाया: डाॅ. दीपक चतुर्वेदी

0
2076
  • जल्द आ सकता है एचआईवी-एड्स का वैक्सीन
  • पोलियो की तरह भारत 2024 तक हो सकता है एड्समुक्त
  • छह पद्धतियों से हो रहा दुनियाभर में एड्स का इलाज
  • एंटीरेट्रोवायरल थैरेपी एड्स उपचार में सबसे प्रभावी
  • दुनिया में एक प्रतिशत ऐसे भी लोग जिन पर नहीं होता एड्स वायरस का असर

भोपाल

विगत 50 वर्षों से पूरे विश्व में बड़ी-बड़ी सेलीब्रिटीज से लेकर आम आदमी तक लाखों लोगों की दर्दनाक मौतों का कारण बने एचआईवी-एड्स का वायरस अब स्वयं खत्म होने जा रहा है। नवीनतम खोजों व वायरस को शरीर में खोजकर खत्म करने वाले आधुनिक उपचारों के चलते वर्ष 2024 तक भारत के एड्समुक्त होने की पूरी संभावना है। वैज्ञानिक अब इस रोग के वैक्सीन को बनाने के भी बहुत निकट पहुंच गए हैं। दुनियाभर में इसके 4 करोड़ मरीज हैं जबकि भारत में इनकी संख्या 20 लाख है। पिछले वर्ष भारत में 88 हजार लोगों इसके वायरस के संक्रमण से ग्रसित हुए जबकि लंबे समय से बीमार 68 हजार लोगों की इस रोग से मृत्यु हो गई।
उक्त आशय की जानकारी आज आयोजित एक पत्रकार वार्ता में शहर के जाने-माने चिकित्सक एवं मेडीसिन विशेषज्ञ डाॅ. दीपक चतुर्वेदी ने दी। इस पत्रकार वार्ता का आयोजन 18 मई से आरंभ हुए एचआईवी-एड्स वैक्सीनेशन दिवस व जागरूकता सप्ताह के समापन अवसर पर किया गया। उन्होंने बताया कि पोलियो की तरह भारत को एड्समुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन तक के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक कार्ययोजना (2017-2024 ) पर काम कर रही है।
एड्स उपचार में नवीनतम प्रगति
डाॅ. चतुर्वेदी ने बताया कि इस वर्ष एड्स रोगियों के लिए एक ऐसी गोली बाजार में आई है जिसने अनेक गोलियां का काम एक गोली में कर दिया है। यह गोली एड्स के वायरस को बढ़ने नहीं देती।