बिहार में किसानों की टूटी कमर, ओलावृष्टि ने मचाया कोहराम, फसलें बर्बाद

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पटना। बिहार के कई जिलों में मौसम ने अचानक ऐसी करवट बदली कि किसानों की कमर तोड़कर रख दी। मुजफ्फरपुर, वैशाली और सारण जिले के कुछ हिस्सों में अचानक हुई बर्फबारी (ओलावृष्टि) ने न सिर्फ लोगों को हैरान कर दिया, बल्कि उन्हें सकते में भी डाल दिया। शनिवार को अचानक आए आंधी-तूफान एवं ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया और उनके खेतों के सारे फसल बर्बाद कर दिये।

दरअसल, शनिवार को  वैशाली, सारण सहित मुजफ्फरपुर के सरैया और पारू प्रखंड के गांवों में भारी बर्फबारी हुई है। ओलावृष्टि की वजह से गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। इसके साथ मक्का, सरसों की फसल सहित आम, लीची को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इन फसलों की बबार्दी से किसान काफी सदमे में हैं। इतना ही नहीं, ओलावृष्टि से गरीबों के घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है, जिनके घर पक्के नहीं हैं।

बता दें कि बिहार के जिन इलाकों में भीषण ओला वृष्टि हुई है, वहां गेहूं, मक्का, सरसो, मूंग, आम और लीची का उत्पादन प्रचूर मात्रा में होता है। इन इलाकों में किसान, गेहूं, आम और लीची जैसे पैदावार पर आश्रित होते हैं। आंधी और ओला वृष्टि की वजह से आम और लीची के फल सारे नष्ट हो गये हैं। मगर जिस तरह से मौसम की मार पड़ी है, उससे इन किसानों को काफी झटका लगा है।

मुजफ्फरपुर के किसान परिवार से संबंध रखने वाले ब्रजेश कुमार के मुताबिक, उत्तर बिहार में भीषण डैकती हो गयी, किसानों के सारे स्वणार्भूषण रूपी गेंहू लूट लिये गये। भीषण बारिश सहित बड़े-बड़े ओले गिरने की वजह से गेंहू सहित आम, लीची के फसल बुरी तरह से बर्बाद हो गये। क्या बीत रही होगी किसानों पर ये कहना बेहद मुश्किल है। वहीं, पारू थाने के स्थानीय किसान जिशान जरार का कहना है कि जिन इलाकों में किसानों की भारी तबाही हुई है, उन्हें सरकार की ओर से तुरंत मुआवजे की घोषणा की जानी चाहिए।