देश भर के किसान आज पहुंच रहे दिल्ली, कल रामलीला मैदान से संसद तक करेंगे मार्च, ट्रैफिक हो सकता है बाधित

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नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले देशभर के हजारों किसान आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को ये लोग रामलीला मैदान से संसद तक मार्च करेंगे। उससे पहले आज किसानों के अलग-अलग जत्थे ट्रेनों व अन्य साधनों से दिल्ली पहुंचेंगे। सोशल ऐक्टिविस्ट और नवगठित स्वराज इंडिया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव के नेतृत्व में रामलीला मैदान तक पैदल मार्च करेंगे। इसे किसान मुक्ति मार्च का नाम दिया गया है। हालांकि पुलिस ने अगुवाई कर रहे नेताओं के सामने पहले ही साफ कर दिया है कि जंतर-मंतर और बोट क्लब पर धरना-प्रदर्शनों की इजाजत नहीं है और संसद मार्ग पर भी सीमित संख्या में ही लोग इकट्ठा हो सकते हैं।
Farmers from all over the country are reaching Delhi today, tomorrow will run from Ramlila Maidan till Parliament, traffic can be interrupted
पड़ोसी राज्यों के किसान जहां निजी वाहनों से दिल्ली की बॉर्डर पर पहुंचेंगे, तो वहीं दूरदराज के राज्यों से बड़ी तादाद में किसान ट्रेनों से भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। दिल्ली पुलिस सुरक्षा के साथ-साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए भी व्यापक इंतजाम कर रही है। करीब 180 संगठनों ने इसके लिए दिल्ली में 1 लाख किसानों को जुटाने की योजना बनाई है। इन संगठनों ने इसी साल नासिक से मुंबई तक की लंबी किसान यात्रा को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। आॅल इंडिया किसान महासभा ने कहा कि उसने देश भर से 20,000 किसान संगठनों को दिल्ली बुलाया है, जिसमें से एक चौथाई महाराष्ट्र से हैं।

ट्रैफिक डाइवर्जन भी किया जा सकता है
स्वराज इंडिया के उपाध्यक्ष अनुपम के मुताबिक, बिजवासन से किसान मुक्ति यात्रा शुरू होकर लिंक रोड, एनएन-8, सरदार पटेल मार्ग, मदर टेरेसा क्रिसेंट, तालकटोरा और कनॉट प्लेस से होते हुए रात को रामलीला मैदान पहुंचेगी। इस यात्रा में 8 से 10 हजार के करीब किसानों के शामिल होने की संभावना है।

हालांकि आयोजकों ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ट्रैफिक पर ज्यादा असर ना पड़े, फिर भी ट्रैफिक पुलिस ने सुबह के वक्त साउथ दिल्ली में एनच-8 और बिजवासन बॉर्डर के आस-पास के रास्तों पर, दोपहर में सरदार पटेल मार्ग और उसके आस-पास के इलाकों में और शाम के वक्त कनॉट प्लेस और रामलीला मैदान के आस-पास ट्रैफिक डिस्टर्ब होने की संभावना जताई है। जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक डाइवर्जन भी किया जा सकता है।

एकमुश्त लोन माफ करे
अनुपम ने बताया कि देशभर के किसानों की मुख्य रूप से दो मांगे हैं। एक तो केंद्र सरकार एकमुश्त लोन माफ करे और दूसरा फसल की लागत से 50 प्रतिशत अधिक मूल्य के हिसाब से एमएसपी तय किया जाए। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर उस बिल को पास करे, जिसका मसौदा खुद योगेंद्र यादव और उनके सहयोगियों ने किसानों की सहमति से तैयार किया है।