पांच वर्षो में बैंकों के एक लाख करोड़ रुपये चढ़े घपलों की भेंट

0
370

नई दिल्ली। पिछले पांच वर्षो के दौरान घपलेबाजों ने बैंकिंग सेक्टर की नाक में दम कर रखा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के जरिये मांगी गई जानकारियों के तहत कहा है कि पिछले पांच वर्षो में घपलों-घोटालेबाजों ने बैंकों को 23,000 से ज्यादा बार निशाना बनाया है। इन सभी घपलों-घोटालों में बैंकों की एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम फंसी हुई है।
Five lakhs of rupees in the last five years
आरबीआइ के मुताबिक वित्त वर्ष 2013 से इस वर्ष पहली मार्च तक बैंकिंग सेक्टर को कुल 23,866 ऐसे घपलों का शिकार बनाया गया, जिनमें से प्रत्येक की रकम एक लाख रुपये या उससे ज्यादा थी। इसकी वजह से बैंकों को पिछले पांच वर्षो में कुल 1,00,718 करोड़ रुपये का चूना लग चुका है।

जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 में बैंकों में घपलों के 5,076 मामले पकड़े गए थे, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2017-18) के दौरान इस वर्ष पहली मार्च तक ही यह आंकड़ा 5,152 पर पहुंच गया। दिलचस्प यह है कि ऐसे घोटालों के कारण किसी एक वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा करोड़ रुपये का चूना भी बैंकों को पिछले वित्त वर्ष में ही लगा। वित्त वर्ष 2016-17 में बैंकों को घपलों-घोटालों के कारण 23,933 करोड़ रुपये का झटका लगा था।

जानकारी में आरबीआइ ने कहा कि इन सभी मामलों के बारे में उसे सूचित किया जा चुका है और उन सभी पर मामलों की प्रकृति के हिसाब से उचित कार्रवाई की जा रही है। यह आंकड़ा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनमें से कई बड़े मामलों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी संस्थाएं कर रही हैं।