द इंडियन आब्जर्वर से विशेष बातचीत
बस असल जिंदगी में सुपर पावर आता नहीं है। अगर आ जाए तो देश की बहुत सारी समस्याएं दूर कर दूं। यह कहना है स्टार प्लस की अप कमिंग शो दिव्य दृष्टि के प्रमोशन के लिए भोपाल आई नायरा बनर्जी का। बनर्जी ने बताया कि उसे बचपन से ही सुपर हीरोज के कैरेक्टर बहुत अच्छे लगते थे। मुंबई की रहने वाली नायरा को सीरियल में काम करने में बहुत ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा क्योंकि वह मुंबई की ही रहने वाली है। और इंडस्ट्री को अच्छी तरह से पहचानती हैं। नायरा ने बताया कि बाहर से जो लो आते हैं उनको बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है लेकिन हमें नहीं करना पड़ा। एक सवाल के जवाब में बताया कि कामेडी शो ज्यादा जरूर चल रहा है पर मेरा रूझान थ्रिल में ज्यादा है। मौका मिलेगा तो जरूर कामेडी सीरियल और फिल्मों में काम करूंगी। द इंडियन आब्जर्वर से बात करते हुए यह बात कही।
For the promotion of divine vision, Bhopal Iyer Naira said, “Since childhood, the characters of superheroes looked good.
पूरी दुनिया में लोग अपने भविष्य के बारे में जानने के लिये उत्सुक रहते हैं। अपनी किस्मत को बदलने के लिये कुंडली से लेकर टैरो कार्ड रीडिंग तक सबकुछ आजमाते हैं, बुरी शक्तियों को दूर करने के लिये अंगूठी तक पहनते हैं। उनके भविष्य में क्या है उसे जानना चाहते हैं और उस होनी को टालना चाहते हैं। स्टारप्लस की नयी प्रस्तुति दिव्य दृष्टि में कुछ ऐसी ही कहानियां बयां की गई है। यह दो बहनों की एक खूबसूरत कहानी है, जिन्हें अद्भत शक्तियां मिली हुई हैं, जिससे वे भविष्य देख सकती हैं और उन्हें बदल सकती हैं।
सबसे बड़ी ताकत से नवाजी गयी इन दो बहनों के पास सुपर पावर्स हैं, जोकि अनहोनी को बदल सकती हैं। नायरा बनर्जी और सना सईद द्वारा अभिनीत दिव्य और दृष्टि के पास अलग-अलग तरह की शक्तियां हैं, जो उन्हें खास बनाती हैं। हालांकि, उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा होता है और बचपन में ही दोनों बिछड़ जाती हैं। जब शक्तियों की बात आती है तो वह उसी स्थिति में सबसे प्रबल होंगी जब दोनों साथ होंगे! इसलिये, हर पूर्णिमा की रात दोनों एक-दूसरे को ढूंढने के लिये निकलती हैं।
भगवान शिव की तरह दृष्टि की तीसरी आंख है जोकि उसे भविष्य को देखने में मदद करती है। यह इस बात का प्रतीक है कि आगे क्या होने वाला है! दृष्टि को शिव भक्ति और आराधना के फल स्वरूप एक रौशनी नजर आती है और वह इस सोच में पड़ जाती है कि इसका मतलब क्या है फायरवकर््स प्रोडक्शंस और मुक्ता धोंड द्वारा निर्मित, दिव्य दृष्टि जुड़वां बहनों दिव्य और दृष्टि की कहानी कहता है, लेकिन बदकिस्मती से दोनों अलग हो जाती हैं। लेकिन फिर से एक होने की उम्मीद उन्हें आगे बढ़ा रही है। सुपर पावर्स के साथ जन्मी दृष्टि आने वाले कल को देख सकती है और वहीं दूसरी तरफ दिव्य उन्हें बदल सकती है! दोनों ही बहनें हर पूर्णिमा की रात एक होने की कोशिश करती हैं, दोनों की शक्तियां एक साथ आने से उन पर खतरा मंडरा रहा है।
दूसरी तरफ है एक दुष्ट चुड़ैल, पिशाचनी है, जिसके पास एक शक्तिशाली कटार और एक खोखली आंख है । किसी घटना के बाद दृष्टि, पिशाचनी की कुदृष्टि का शिकार हो जाती है। दृष्टि को यह रहस्य डराता है कि क्या भगवान से उसे वाकई वरदान मिला है या फिर अभिशाप है। अपनी भूमिका के बारे में उत्सुकता से बताते हुए इस शो में दिव्य की भूमिका निभा रही नायरा बनर्जी ने कहा, इस शो का कॉन्सेप्ट अनूठा है, जो ऐसी शक्तियों को सामने लेकर आया है जैसा छोटे परदे पर पहले कभी नजर नहीं आया। मैं इस शो में दृष्टि की भूमिका निभाने के लिये बेहद उत्साहित हूं। मुझे पहली बार झीलों के शहर भोपाल आकर बेहद खुशी हो रही है।