नई दिल्ली
पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर मानहानि मामले में अतिरिक्त प्रमुख मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के समक्ष क्रॉस एग्जामिनेशन के लिए पेश हुए। उन्होंने कोर्ट में कहा कि यह सुझाव देना गलत है कि प्रिया रमानी के आर्टिकल और ट्वीट कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए थे।
अकबर के गवाहों की क्रॉस एग्जामिनेशन के लिए कोर्ट ने 15 और 17 जुलाई की तारीख रखी है। इससे पहले एमजे अकबर ने प्रिया रमानी के आरोपों को गलत बताया था।
रमानी की ओर से पेश हुई वरिष्ठ वकील रेबेका जॉन ने अकबर से कुछ सवाल पूछे थे। ये सवाल रमानी के ‘द एशियन एज’ में काम करने सहित कई अन्य बातों से जुड़े थे। हालांकि अकबर ने ज्यादातर सवालों के जवाब में कहा ‘मुझे याद नहीं।’ अदालत में करीब दो घंटे तक सुनवाई हुई थी।