नशे पर लगाम लगाने चार राज्य हुए एक, खास अभियान की शुरुआत

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चंडीगढ़। नशे की समस्या पंजाब के साथ ही बाकी उत्तर भारत में अपने जड़ें फैला रही है। नशे पर लगाम कसने के लिए हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत चार राज्यों ने सोमवार को मिलकर एक खास अभियान की शुरूआत की। बता दें कि इस अभियान के विभिन्न मानकों को पंचकूला स्थित एक कॉमन सचिवालय द्वारा देखा जाएगा जबकि सामूहिक रूप से नशे की समस्या से लड़ने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार की जाएगी।
Four states ruled the state of addiction, starting a special campaign
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘नशे पर लगाम कसने के लिए चुनौतियों और रणनीति’ से संबंधित एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इसमें चंडीगढ़ पुलिस और प्रशासन के साथ ही राजस्थान, दिल्ली के अधिकारी भी शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस में हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहे।

‘नशे पर नकेल के लिए संयुक्त रणनीति की जरूरत’
मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘नशे के कारोबार की कोई सीमाएं नहीं होती हैं इसलिए एक संयुक्त रणनीति की जरूरत है।’ गौरतलब है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान नशे का फलता-फूलता कारोबार एक बड़ा मुद्दा था। हालांकि, इस पर अमरिंदर सिंह सरकार की ओर से दावा किया गया कि उन्होंने एसटीएफ के गठन के साथ ही ड्रग तस्करों की कमर तोड़ दी है।

हाल ही के दिनों में नशे के ओवरडोज से होनेवाली मौतों के बढ़ते मामलों ने यह संकेत दिए हैं कि इस खतरे को अभी प्रभावी रूप से नहीं खत्म किया गया है। बता दें कि इन सबके पीछे एक तथ्य यह भी है कि पंजाब इंटरनैशनल ड्रग रूट में आता है, जिसकी वजह से समस्या और भी जटिल हो जाती है।

…ऐसे साझा की जाएंगी जानकारियां
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि एक साझा सचिवालय राज्यों से ड्रग से संबंधित जरूरी डेटा और इन्फर्मेशन साझा करेगा, जो कि इस खतरे से निपटने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक राज्य यहां अपना नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा। यही नहीं, मीटिंग के जरिए यह तय किया गया कि राज्यों के मुख्यमंत्री बातचीत के माध्यम से नशे के खिलाफ उठाए गए कदमों की समीक्षा करेंगे और उसी के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। नशे पर लगाम कसने के लिए अधिकारियों को भी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।