मल्टीनेशनल कंपनी एलजी पॉलिमर्स से गैस लीक हुई, एक बच्चे समेत 7 लोगों की मौत; एक हजार से ज्यादा लोग बीमार पड़े

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TIO विशाखापट्टनम

 आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम गांव में गुरुवार तड़के करीब 3 बजे केमिकल फैक्ट्री से गैस लीक होने से 7 लोगों की मौत हो गई। इनमें एक बच्चा भी शामिल है। राज्य के डीजीपी दामोदर गौतम सवांग ने बताया कि गैस के असर से 6 लोगों की मौत हुई, जबकि एक व्यक्ति दहशत में भागते समय कुएं में गिर गया। यह गैस मल्टीनेशनल कंपनी एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के प्लांट से लीक हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक हजार से ज्यादा लोग बीमार पड़े हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई है।

गांव के लोगों ने बताया कि गैस का असर प्लांट के आसपास तीन किमी इलाके में रहा। जो जहां था वहीं गिर गया। पुलिस और राहत टीम को लोगों तक पहुंचने में दिक्कत हुई। गोपालपट्टनम सर्किल की पुलिस ने बताया कि उन्हें करीब 50 लोग सड़क पर बेहोश मिले। घटनास्थल तक पहुंचने में काफी दिक्कत हुई।

20 की हालत गंभीर

बताया जा रहा है कि 20 लोगों की हालत गंभीर है। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग और बच्चे हैं। सरकारी अस्पताल में करीब 150 लोग भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा कुछ लोगों को गोपालपुरम के निजी अस्पतालों में भी भर्ती किया गया है।

कई लोग घरों में ही गिरकर बेहोश हो गए

डीजीपी सवांग ने बताया कि गैस 3 से 4 किलोमीटर के दायरे में फैली है। खबर लगते ही कई लोग मौके पर भी पहुंचे, लेकिन आंखों में जलन और गैस की बदबू के कारण वहीं बेहोश होकर गिर गए। आसपास के घरों में भी लोग बेहोश मिले हैं। कुछ लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। कुछ के शरीर पर लाल निशान पड़ गए।

रेस्क्यू का 90% काम पूरा हुआ

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। एनडीआरफ का कहना है कि 27 लोग रेस्क्यू में लगे हैं, जो इंडस्ट्रियल गैस लीक मामलों के एक्सपर्ट हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन का 80% से 90% काम पूरा हो चुका है।

59 साल पहले इस कंपनी की स्थापना हुई

एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री की स्थापना 1961 में हिंदुस्तान पॉलिमर्स के नाम से की गई थी। इसमें पॉलिएस्टरीन और इसके को-पॉलिमर्स बनाए जाते हैं। 1978 में विजय माल्या के यूबी ग्रुप की मैकडॉवल एंड कंपनी लिमिटेड में इसका विलय कर लिया गया था और फिर यह एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री हो गई।