गोविंदपुरा के लिए गौर का दबाव, 89 की उम्र में भी फिर चुनाव लड़ने को तैयार पूर्व मुख्यमंत्री

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भोपाल। ढाई साल पहले शिवराज मंत्रिमंडल से उम्र का हवाला देकर हटाए गए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर एक बार फिर विधानसभा चुनाव लड़ने का दावा ठोक रहे हैं। बेशक वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को विकास पुरूष बताकर पार्टी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं, लेकिन सियासत के जानकार गौर के इस कदम को टिकट पक्का करने से जोड़कर दे रहे हैं। लेकिन गौर ने कांग्रेस नेता की तारीफ करके पार्टी को यह संकेत दे दिया है कि उनके पास विकल्प मौजूद हैं।
Gaur’s pressure for Govindpura, ready to contest again in the age of 89
89 आयु पार कर चुके पूर्व मु यमंत्री बाबूलाल गौर 10 बार से विधायक हैं, वे 11 वीं बार भी विधायक बनने के लिए सियायत के मैदान में हैं। हालांकि उनकी उत्तराधिकारी के रूप में उनकी बहू कृ ष्णा गौर भी गोविंदपुरा सीट से दावा कर रही हैं। गौर ने कांग्रेस नेता की तारीफ में जब कसीदे पढ़ना शुरू किया तो पार्टी के दबाव में उनकी बहू कृष्णा गौर ने उनके बयानों की खिलाफत कर डाली।

यहां बता दें कि दो दिन पहले बाबूलाल गौर ने यह बयान देकर पार्टी नेताओं को अचरज में डाल दिया कि पार्टी उनके घर आकर टिकट देगी। जबकि मप्र भाजपा गौर का टिकट काटने का फैसला लगभगत ले चुकी है। उनके उत्तराधिकारी के रूप में बहू कृष्णा गौर को गोविंदपुरा से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। हालांकि बाबूलाल गौर का टिकट कटने पर यहां से कई नेता दावेदारी कर रहे हैं।

ये नेता भी ठोक रहे दावा
गोविंदुपरा सीट से भाजपा के कई नेता दावेदारी कर रहे हैं। महापौर आलोक शर्मा भी यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनकी सबसे ज्यादा राजनीतिक गतिविधियां गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में ही हैं। इसी तरत पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक भी गोविंदपुरा से चुनाव लड़कर विधानसभा की दहलीज चढ?ा चाहते हैं। इसके अलावा पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मनोरंजन मिश्रा की नजर भी गोविंदपुरा सीट पर है।