नई दिल्ली। साल 2018 की जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान सोने की मांग में बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 7 फीसद तक की गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के साथ ही इस अवधि के दौरान सोने की मांग 973 टन रही है। यह जानकारी वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने दी है।
Global demand of gold dropped by 7 percent to 973 tonnes: WGC
साल 2018 की पहली तिमाही की ह्यगोल्ड डिमांड ट्रेंड रिपोर्टह्ण में कहा गया है कि साल 2017 की पहली तिमाही के दौरान सोने की कुल मांग 1,047 टन रही थी। सोने की मांग में आई इस कमजोरी की वजह निवेश के लिहाज से गोल्ड बार्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की निवेश मांग में गिरावट रही है। साल 2018 की पहली तिमाही में कुल निवेश मांग 27 फीसद घटकर 287 टन पर आ गई, जो कि साल 2017 की समान अवधि में 394 टन रही थी।
चीन, जर्मनी और अमेरिका में निवेश के लिहाज से गोल्ड बार और सिक्कों में कम दिलचस्पी दिखी है जिस कारण से वैश्विक मांग 15 फीसद गिरकर 254.9 टन के स्तर पर आ गई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा है कि दायरे में कारोबार करने वाली सोने की कीमतें इन बाजारों में निवेशकों की दिलचस्पी को कमजोर कर देती हैं। हालांकि चीन की यह कमजोरी साल 2017 की पहली तिमाही के दौरान दिखी अभूतपूर्व मजबूती के कारण देखी गई। वहीं इस तिमाही के दौरान ईटीएफ इन्फ्लो 66 फीसद गिरकर 32 टन पर आ गया जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 96 टन पर रहा था।