नागपुर। आम तौर पर सरकारें चुनने के लिए आपने अक्सर मतदान किया होगा। ज्यादा वोट पाने वाला निर्वाचित जनप्रतिनिधि कहलाता है। लेकिन क्या बैलट पेपर और बैलट बॉक्स के जरिए निजी जिंदगी से जुड़े फैसले भी लिए जा सकते हैं। क्या किसी बच्चे का नाम रखने के लिए भी वोटिंग के जरिए बहुमत का सहारा लिया जा सकता है। जी हां, ऐसा ही कुछ हुआ है महाराष्ट्र में, जहां एक दंपती ने अपने नवजात बच्चे का नाम रखने के लिए अपने परिजनों, मित्रों और रिश्तेदारों के बीच मतदान कराया।
Gondia’s support for the ballot box, karai voting, taken by the children to keep the child’s name.
15 जून को मतदान, 3 नाम के लिए वोटिंग
गोंदिया जिले के मिथुन और मानसी बांग ने पांच अप्रैल को जन्मे बच्चे के नाम पर फैसला करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने मतदाता के रूप में परिजनों, मित्रों और रिश्तेदारों द्वारा 15 जून को मतदान कराया। दरअसल परिजनों और रिश्तेदारों ने बच्चे के लिए तीन नाम का सुझाव दिया था और दंपती ने नाम पर फैसले के लिए मतपत्र का इस्तेमाल किया, जिसमें सुझाव वाले तीनों नाम मौजूद थे।
‘कुंडली से पता चला नेता बनेगा बेटा’
मतदान कराने वाले दंपती ने इसके पीछे जो वजह बताई है, वह भी काफी दिलचस्प है। बच्चे के पिता मिथुन बांग का कहना है, ‘इस सब की शुरूआत उस वक्त हुई, जब बच्चे की जन्मकुंडली से हमें पता चला कि भविष्य में वह नेता बनेगा। इसके बाद हमने वोटिंग के जरिए फैसला करने की सोची। हम चाहते थे कि 15-20 साल बाद भी हमारा बेटा इस यादगार दिन के बारे में सोचकर खुश हो।’
खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों में पूर्व सांसद नाना पटोले भी शामिल थे, जिनके इस्तीफे के कारण 28 मई को गोंदिया में लोकसभा उपचुनाव कराया गया था। मिथुन ने कहा, ‘बच्चे के लिए तीन नाम यक्ष, युवान और यौविक का सुझाव मिला था। ऐसे में नाम को लेकर हम लोग असमंजस में थे। इसलिए हमने मतपत्र की मदद से नाम पर फैसला करने के बारे में सोचा।’
वोटिंग के बाद युवान रखा गया नाम
इसके बाद बाकायदा बैलट पेपर छपवाकर लोगों से वोटिंग कराई गई। मिथुन का कहना है, ‘कुल 192 वोट पडे़ और युवान को अधिकतम 92 वोट मिले, जिसके बाद बच्चे का नाम युवान रखा गया।’ बच्चे की चाची का कहना है, ‘मैं इस बात से और ज्यादा खुश हूं कि जिस नाम के लिए मैंने अपने भतीजे को वोट किया था, उसी नाम को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। पूरे परिवार के लिए यह एक अविस्मरणीय दिन है।’