ग्वालियर-चंबल, लू लगने से जीआरपी के प्रधान आरक्षक की मौत

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ग्वालियर

राजस्थान की ओर से आ रही सूखी गर्म हवा से नौतपा खत्म होने के बाद भी प्रदेश में भीषण गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। अधिकांश जिलों में पारा 46 डिग्री से ऊपर चल रहा है। ग्वालियर और राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 21 जिले लू की चपेट में हैं। वहीं लू लगने से दो दिन से बीमार चल रहे जीआरपी के प्रधान आरक्षक विनोद सिंह (55) की बुधवार रात को मौत हो गई।

जीआरपी पुलिस के मुताबिक, बुधवार को प्रधान आरक्षक दस्त-उल्टी से पीड़ित थे, जिसके चलते उसे आरोग्यधाम में डॉक्टरों को दिखाया था लेकिन उसका फायदा आरक्षक नहीं मिला और बुधवार को रात 9.30 बजे उनकी मौत हो गई।

सुबह आठ बजे से ही तपने लगा भोपाल
भोपाल के अरेरा हिल्स स्थित मौसम केंद्र में धूप की तीव्रता मापने के लिए लगाए गए सनशाइन रिकॉर्डर के चार्ट से यह मालूम हुआ कि गुरुवार को सुबह 8 बजे से ही तपिश बढ़ गई है। गर्म हवाओं की वजह से दोपहर 12:00 बजे तक इसमें तीव्रता आ गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि सुबह सूर्योदय के पहले सनशाइन रिकॉर्डर के निचले हिस्से में नीले रंग का एक चार्ट लगाया जाता है। जैसे-जैसे सूरज की तीखी किरणों से तपिश बढ़ती है, वैसे-वैसे इस चार्ट के निचले हिस्से में बना ग्राफ का हिस्सा जलता जाता है।

दवा लेने के बाद क्वार्टर चले गए थे आरक्षक
आरोग्यधाम यहां से दवा लेने के बाद वह पड़ाव स्थित रेलवे क्वार्टर में आराम करने के लिए चले गए। रात 9:30 बजे करीब उन्हें खाना देने के लिए जीआरपी का स्टाफ गया था। इस दौरान गेट खटखटाया गया लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोला। काफी देर तक जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो स्टाफ ने गेट तोड़ दिया। अंदर प्रवेश करने पर देखा कि प्रधान आरक्षक बिस्तर पर लेटे हुए हैं। इस दौरान उन्हें हिलाकर देखा गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं दिया।
जीआरपी पुलिस का कहना है कि प्रधान आरक्षक की मौत लू लगने के कारण हुई है। टीआई अजीत सिंह चौहान के मुताबिक प्रधान आरक्षक सतना के रहने वाले हैं। इस घटना की सूचना उनके परिजनों को दे दी गई है।

दतिया का पारा 46 डिग्री पार पहुंचा
बुधवार को अंचल में सबसे अधिक तापमान दतिया का रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। जबकि ग्वालियर व मुरैना जिले का अधिकतम तापमान 46 डिग्री रहा। हालांकि ग्वालियर के मुरार क्षेत्र में दोपहर 3 बजे करीब 5 मिनट तक हल्की बारिश हुई। इसके बाद फिर से तेज धूप निकल आई।

अब आगे क्या : मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग लू की चपेट में रहेगा। साथ ही तापमान भी अधिकतर जिलों में 45 डिग्री के पार रहने की संभावना है। अभी 5 दिन तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।

अघोषित कटौती के कारण रातभर अंधेरे में डूबे रहे कई हिस्से
सीएम कमलनाथ ने मंगलवार दोपहर को प्रदेश की बिगड़ती बिजली व्यवस्था को लेकर भले ही बिजली कंपनी के अफसरों की फटकार लगाई हो, लेकिन अंचल में शाम से ही अघोषित कटौती शुरू हो गई। ग्वालियर शहर का आधे से ज्यादा इलाका सारी रात अंधेरे में डूबा रहा। जबकि गुरुवार को सुबह 10 बजे से एक बजे तक के लिए बिजली कटौती की गई है।

इस झुलसाने वाली गर्मी में बुधवार को ग्वालियर सहित श्योपुर, मुरैना और शिवपुरी में लोगों को छह घंटे तक कटौती का सामना करना पड़ा। बिजली कंपनी के अफसरों का कहना है कि फाल्ट ढूंढने में देर लगी, इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बिजली कटौती से बेहाल रहे लोग

ग्वालियर: लाइन टूटने एवं केबल जलने से आधे से अिधक क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा।
श्योपुर: तड़के 3.30 बजे फॉल्ट, ढाई घंटे बाद जेई को सूचना मिली, फिर भी दोपहर 12 बजे बिजली आई।
मुरैना: रात में 11 बजे बिजली गुल हुई, दो घंटे बाद बिजलीकर्मी सुधारने आए।
शिवपुरी: लाइन से कबूतर टकराने के बाद 1.40 घंटे बिजली बंद रही।