हमीदिया अस्पताल की असंवेदनशीलता, मरीज के बेड के पीछे प्रबंधन ने एचआईवी पॉजीटिव का बोर्ड किया चस्पा

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भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में प्रबंधन का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां एक मरीज के बेड के पीछे प्रबंधन ने एचआईवी पॉजीटिव का बोर्ड चस्पा कर दिया है। मरीज के पीछे कागज पर लाल स्याही से यूनिवर्सल प्रिकॉशन लिखा हुआ है। जबकि नियमों के मुताबिक किसी एचआईवी मरीज की पहचान उजागर करना अपराध है। इसके लिए तीन से 6 महीने की जेल की सजा का प्रावधान है।जानकारी के मुताबिक अस्पताल में गुना के एक 60 वर्षीय व्यक्ति को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। यहां मरीज के बेड के पीछे मरीज के एचआईवी पॉजीटिव होने की जानकारी चस्पा की गई है। अस्पताल के अधीक्षक हर रोज राउंड पर होते हैं, बावजूद इसके इतनी बड़ी लापरवाही अस्पताल प्रबंधन के कामकाज पर सवालिया निशान लगाती है।
क्या है नियम-
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी एचआईवी पॉजीटिव मरीज की पहचान उजागर नहीं की जा सकती है। अगर पहचान उजागर की जाती है तो जिम्मेदार व्यक्ति को तीन से 6 महीने की जेल हो सकती है।