अमरावती/भुवनेश्वर। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तबाही मचाने वाला चक्रवाती तूफान ‘तितली’ अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है। माना जा रहा है कि यह दोपहर तक कमजोर हो जाएगा। हालांकि, उत्तर-पूर्व में बढ़ने के बाद यह वापस ओडिशा से गुजरेगा। ऐसे में खतरा पूरी तरह से अभी टला नहीं है। इस बीच दूसरा तूफान ‘लूबन’ सक्रिय होता दिख रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, लूबन तूफान यमन तट से सक्रिय हो रहा है।
Hurricane hurricane in Odisha weakens, but now second storm could be lubna active
बता दें कि आंध्र प्रदेश में अभी तक ‘तितली’ ने 8 जानें ले ली हैं और ओडिशा में 1 व्यक्ति की मौत हो गई है। तूफान के कारण बड़ी संख्या में यात्री विशाखापत्तनम, बालासोर और पुरी में फंसे हुए हैं। पश्चिम बंगाल में भी ‘तितली’ तूफान के पहुंचने की बात कही जा रही थी, लेकिन इस राज्य में ज्यादा असर नहीं पड़ा। हालांकि, यहां बारिश होने की संभावना है।
श्रीलंका पर बरपा ‘तितली’ का कहर
साथ ही कहा जा रहा है कि तूफान पश्चिम बंगाल के गंगा से लगे हिस्सों की तरफ मुड़ सकता है, लेकिन तब तक इसकी गति धीमी हो जाएगी। दूसरी ओर, ‘तितली’ तूफान का सबसे ज्यादा कहर पड़ोसी देश श्रीलंका पर बरपा। यहां 12 लोगों की मौत हो गई और 69,000 से ज्यादा लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
एक तूफान गुजरा, दूसरा तैयार
बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण उठा तूफान ‘तितली’ तो कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके बाद दूसरा तूफान ‘लूबन’ सक्रिय होता दिख रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, लूबन तूफान यमन तट से सक्रिय हो रहा है। एक ही समय दो तूफानों के उठने की घटना को दुर्लभ कहा जा रहा है। लूबन अभी भारतीय तट से लगभग 500 किलोमीटर दूर है।