एटीएम में अगर नहीं है गार्ड तो न निकाले पैसा, हो सकता है डेटा चोरी

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नई दिल्ली। लखनऊ निवासी एलआईसी के ब्रांच मैनेजर सुधीर त्रिपाठी मंगलवार सुबह 11:23 बजे दफ्तर में थे। इसी बीच मोबाइल पर मेसेज आया कि दिल्ली में एसबीआई के एटीएम से उनके खाते से 8 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह वहीं रहने वाली सुमन के खाते से भी 25 हजार रुपये निकल गए हैं। साइबर जालसाजों ने एक सप्ताह में 150 से अधिक लोगों के खातों से लाखों रुपये निकाले हैं। इनका अभी सुराग नहीं लगा है।
If there is no ATM in the ATM, the money can not be withdrawn, the data can be stolen
लेकिन पुलिस, बैंक और साइबर सेल की जांच में साफ हो गया है कि जालसाजों ने एटीएम बूथ में स्कीमर लगाकर लोगों के डेबिट कार्ड का डेटा कॉपी किया। फिर कार्ड का क्लोन बनाकर दिल्ली से रकम निकाल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, जालसाजों ने स्कीमर लगाने के लिए ऐसे एटीएम चुने, जहां गार्ड तैनात नहीं हैं। आइये जानते हैं किस तरह जालसाज डेटा कॉपी करते हैं और कैसे स्कीमर लगाकर एटीएम से डेटा चोरी कर दूसरों की रकम को निकाल लिया जाता है।

7 हजार में मिल रहा स्कीमर
केस की छानबीन में जुटे एक अफसर के मुताबिक, स्कीमर 7 हजार रुपये तक में जाता है। कई ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी इसे खरीदा जा सकता है। क्लोनिंग करने वाले जालसाज बैंक का मोनोग्राम और हूबहू कार्ड तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में ये लोग स्कीमर में कॉपी डेटा एक प्लेन कार्ड की मैग्नेटिक स्ट्रिप में कॉपी कार्ड मशीन के जरिए एक स्वैप में ही सेव कर लेते हैं।

यूं डेटा कॉपी करते हैं जालसाज
जब आप अपना एटीएम कार्ड इंसर्ट करने वाले खांचे में डालते हैं तो वहां लगा स्कैनर डेटा स्कैन कर लेता है। इसके अलावा हिडेन कैमरा से आपके पिन को भी रेकॉर्ड कर लिया जाता है। स्कीमर से कॉपी किए गए डेबिट कार्ड के डेटा से जालसाज एटीएम का क्लोन तैयार कर हिडेन कैमरे में रेकॉर्ड किए गए पिन कोड के जरिए जालसाज किसी भी एटीएम से रकम निकाल ले रहे हैं।

60% एटीएम में गार्ड नहीं
राजधानी के 60 प्रतिशत एटीएम में सिक्यॉरिटी गार्ड नहीं हैं। कई एटीएम में सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे। पुलिस को आशंका है कि जालसाजों ने ऐसे ही एटीएम को स्कीमर लगाने के लिए टारगेट किया। सीओ गोमतीनगर दीपक कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस ट्रांस गोमती इलाके के ऐसे ही एटीएम की छानबीन कर रही है। पुलिस को यह भी शक है कि एक निजी बैंक के एटीएम को ही टारगेट कर फ्रॉड किया गया है।