आईआईटी रुड़की के लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल में हिंदी हाउस का परवाज़ आईआईटी रुड़की में 15 -17 मार्च में होने जा रहे वार्षिक तकनीकी महोत्सव “कॉग्निजंस 2019” के अंतर्गत “लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल” में राजधानी दिल्ली से हिंदी हाउस के कलमकार हिस्सा लेने जा रहे हैं। कार्यक्रम का आयोजन आईआईटी रुड़की और हिंदी हाउस के संयुक्त तत्त्वाधान में प्रस्तुत होगा जिसमें से प्रस्तुतकर्ता पोएट ऑफ इंडिया शामिल है। हिंदी हाउस अपने नामित मंच “परवाज़” के अंतर्गत युवा कलमकारों और कलाकारों को मंच प्रदान कर रहा है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि हाल ही में हिंदी हाउस को “बेस्ट टीम वर्क फ़ॉर क्रिएटिविटी अवार्ड 2018” से सम्मानित किया गया।

यह अवार्ड हिंदी हाउस का युवाओं को क्रिएटिविटी को बढ़ाने के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए दिया गया है। इस कार्यकरण में हिंदी हाउस अपनी मासिक ई – मैगज़ीन को भी लांच कर रहा है। जो कलमकारों के लिए एक सुनहरा अवसर है। आईआईटी रुड़की प्रत्येक वर्ष कॉग्निजंस के नाम से एक तकनीकी वार्षिक समारोह करता है जिसमे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कई कंपनियाँ, सरकारी और गैर सरकारी संस्थान इसमे हिस्सा लेते है, साथ ही के नामी स्पीकर्स भी आते है। कॉग्निजंस 2019 के अंतर्गत इस बार तकनीकी के साथ – साथ “लिटरेचर कला महोत्सव” भी रखा गया है जिसमे कलमकार अपनी कलम से अपना हाल-ए-दिल बयाँ करते हुए नज़र आएंगे साथ ही कई हुनरबाज कला के ज़रिए सबका मन मोह लेने। इस फेस्ट में मुख्य अतिथि के रूप में कु० बैचैन जी अपना सानिध्य देने पंहुचेंगे।
हिंदी हाउस की ओर से हिंदी हाउस टीम और हिंदी हाउस द्वारा चयनित कुछ लेखक/लेखिका भी वहां पर परफॉर्म करेंगे। मीडिया पार्टनर्स में दि इंडियन आब्जर्वर भी शामिल है। साथ ही आईआईटीयन्स को प्रोफेशनल राइटिंग के कुछ महवपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालेंगे। रोशनी से सजी हुई महफ़िल में जब कलमकार रखेगे अपने दिल की बात तो कलम और कला का रूप, सौंदर्य और निखर के बाहर आएगा। तो आप सभी हो जाइये तैयार एक यादगार शाम का हिस्सा बनने के लिए। अभी हाल ही में हिंदी हाउस में अपना मासिक न्यूज़लेटर भी लांच किया जिसमें वह कलमकारों को मंच देने के साथ ही अब प्रकाशित भी रहे है जिसे युवा कलमकारों ने काफी सराहा भी है और इसी के साथ देश के अनेक शहरों के युवा कलमकार हिंदी हाउस के मंच से जुड़ भी रहे हैं। हिंदी हाउस युवा रचनात्मकता को बड़ा रहा है और आगे भी बढ़ाता रहेगा।