TIO NEW DELHI
हाड़ कंपा देने वाली ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन का आज 22वां दिन है। इसके बावजूद उनका हौसला नहीं टूटा है। किसानों का कहना है कि चाहे ठंड पड़े या बारिश जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी हम वापस नहीं जाएंगे। वहीं कल किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली, जिसके बाद किसान कह रहे हैं कि अब तो वह बिना अपनी मांगें पूरी किए वापस नहीं जाएंगे।
सरकार और किसान संगठनों की यह लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। सर्वोच्च अदालत ने गुरुवार को दोपहर 12:00 बजे इस मामले पर सुनवाई करेगी। माना जा रहा है कि इस दौरान एक कमेटी गठन का फैसला हो सकता है। उम्मीद है कि इसके साथ ही किसानों की समस्या से जुड़ी समस्या का समाधान निकलेगा और उनका आंदोलन खत्म हो जाएगा। वहीं सिंधु बॉर्डर समेत दिल्ली से सटे विभिन्न बॉर्डर पर किसान जमे हुए हैं। अब खाप पंचायतों ने भी किसानों का समर्थन कर दिया है। इस संबंध में गुरुवार को खाप पंचायतों की एक अहम बैठक होगी। बता दें इससे पहले सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन समाधान नहीं निकला है। किसान संगठन इस बात पर अड़े हैं कि तीनों कृषि बिल वापस लिए जाएं, वहीं सरकार कह रही है कि वह जरूरी संशोधन करने के लिए तैयार है लेकिन बिल किसी भी स्थिति में वापस नहीं होंगे। इस बीच पूरे मामले पर राजनीति भी जोरों पर है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर आरोप लगा चुके हैं।
सिंघु बॉर्डरः ठंड से बचने के लिए ले रहे अलाव और गैस हीटर का सहारा
सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बढ़ती ठंड से बचने के लिए गैस हीटर लगाए हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, ‘लोग लकड़ी जलाकर अपना काम चला रहे हैं। किसान नेताओं ने कुछ हीटर मंगाए हैं लेकिन ये गैस से चलते हैं, इनमें खर्चा है।’