TIO BHOPAL
मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 46 जिलों में 3639 नए पॉजिटिव मिले हैं। तीसरी लहर अब तक 12 की जान ले चुकी है। लगातार दूसरे दिन सागर में 1 युवक की मौत हुई है। तीसरी लहर में यह पहली बार है, जब दूसरी बार 22 साल के युवा की जान गई है। एक दिन पहले सागर में ही 22 साल की लड़की की भी संक्रमण से मौत हो चुकी है। दोनों को वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लगा था।
प्रदेश में 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस इंदौर में 1169 आए हैं। भोपाल में 572 तो ग्वालियर में 555 मरीज मिले हैं। जबलपुर में 210 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। भोपाल में विधायक रामेश्वर शर्मा की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। एक्टिव मरीजों की संख्या 14413 पहुंच गई है। पन्ना को छोड़ प्रदेश के सभी जिलों में संक्रमण फैल गया है। कोविड की पहली लहर से अब तक 10540 जान गंवा चुके हैं। नए संक्रमितों में 2622 फुल्ली वैक्सीनेटेड और 102 को सिंगल डोज लगा है। 13834 मरीज होमआइसोलेट हैं। पॉजिटिविटी रेट 4.57% पहुंच गया है। महामारी पर काबू पाने के लिए इसका 1 से नीचे रहना जरूरी है।
ग्वालियर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की एंट्री हो गई है। दो दिन पहले DRDE (रक्षा अनुसंधान तथा विकास स्थापना) के वरिष्ठ वैज्ञानिक चंडीगढ़ से लौटकर आए हैं। उनको सर्दी, खांसी और जुकाम था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। DRDE लैब में जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट में ओमिक्रॉन का म्यूटेंट मिला है। भोपाल, इंदौर और छिंदवाड़ा में भी मरीजों में ओमिक्रॉन का म्यूटेंट मिल चुका है।
छतरपुर में बुजुर्ग महिला, जिसने कोरोना की जांच ही नहीं कराई, उसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पॉजिटिव घोषित कर दिया। घर के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए। परिजन ने जब आपत्ति जताई तो दो दिन बाद बैरिकेड्स और पोस्टर्स हटा दिए। CMHO ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की बात कही है।
8 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग ने जिले के गौरिहार नगर वार्ड 10 में रहने वाली 70 साल की बुजुर्ग रामप्यारी पटेल के घर का दरवाजा खटखटाया। विभाग के कर्मचारियों ने महिला को बताया कि आपने 5 जनवरी को कोरोना टेस्ट करवाया। रिपोर्ट आ गई है। आप पॉजिटिव हैं। आपको होम आइसोलेट किया जाता है। महिला अपने बेटे शिवदास पटेल के साथ रहती हैं। कर्मचारियों ने आगे बताया कि आप अपने कमरे से बाहर नहीं आएंगी। न बेटे, बहू से न ही नाती-पोतों के संपर्क में आएंगी।
मना करने के बाद भी लगाए बैरिकेड्स
रामप्यारी ने विभाग के कर्मचारियों से कहा कि उन्होंने कोई जांच नहीं कराई। बेटे शिवदास ने कहा कि जब मां ने जांच नहीं कराई, तो फिर कोरोना रिपोर्ट कहां से आ गई। प्रशासनिक अमले ने एक नहीं सुनी। उनके मकान के बाहर कंटेनमेंट एरिया का एक बैनर लगा दिया। बांस के सहारे उनके मकान की बैरिकेडिंग कर दी।
हटा दिए बैनर-पोस्टर्स
महिला और उसके परिजन ने मामले में आपत्ति जताई। मामले को तूल पकड़ता देख विभाग के कर्मचारी उनके घर पहुंचे और महिला और उसके परिजन को मनाने लग गए। उनका कहना था कि गलती हो गई, शांत रहिए। सावधान रहिए, किसी के संपर्क में न आइए। 10 जनवरी को विभाग ने बैरिकेड्स और बैनर हटा दिए।
बड़ी गलती है
- गौरिहार BMO डॉ. एस प्रजापति ने बताया कि यह बहुत बड़ी गलती है। पुराना डाटा कंप्यूटर में दिखाया होगा। इसके अलावा संबंधित कर्मचारी भी टारगेट पूरा करने के लिए ऐसा कर सकते हैं।
- CMHO डॉ. विजय पथौरिया का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। अगर ऐसा है तो ये एक गंभीर गलती है। मैं दिखवाता हूूं, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।