नइ दिल्ली। अगर आपको लगता है कि ह्रदय संबंधी बीमारियों का इलाज व आॅपरेशन अन्य देशों के मुकाबले भारत में सस्ता होता है तो आप गलत हैं क्योंकि हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत में दिल का आॅपरेशन और इससे संबंधित अन्य बीमारियों का इलाज बाकी देशों के मुकाबले काफी महंगा है।
In India, cardiac treatment is the most expensive than other countries.
हाल ही में सात एशियन देशों की कार्डिएक प्रक्रिया में आने वाली लागत की आपस में तुलना की गई, जिसमें सामने आया कि दक्षिण कोरिया के मुकाबले भारत में कई प्रक्रियाएं काफी महंगी थीं। खास बात यह है कि दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है जिसमें प्रति व्यक्ति आय भारत की प्रति व्यक्ति आय के मुकाबले साढ़े पांच गुना ज्यादा है।
बता दें कि यह कॉस्ट डेटा पर्चेजिÞंग पावर पैरिटी डॉलर (क्रय शक्ति समानता) में है, जो एक-दूसरे की करंसीज (मुद्राओं) का आधिकारिक विनिमय दर के बजाय उस आधार पर मूल्यांकन करता है, जिसके आधार पर देश अपने बाजारों में कुछ सामान खरीद सकते हैं। इस स्टडी में भारत के 50 अस्पताल शामिल किए गए, जिनमें ज्यादातर प्राइवेट अस्पताल थे। हालांकि इनमें से कुछ प्राइवेट अस्पताल ऐसे थे, जिन्हें सरकारी माध्यम से चलाया जा रहा था।
स्टडी के वक्त, यानी 2011 से 2014 के बीच भारत में एंजियोप्लास्टी की कीमत सिंगापुर में होने वाली एंजियोप्लास्टी के मुकाबले ज्यादा थी, लेकिन यह कीमत 2017 से पहले थी। इसके बाद फामार्सूटिकल मूल्य निर्धारण नियामक ने 2017 में कार्डिएक स्टेंट्स की कीमतों पर कैपिंग लगा दी। भारत में होने वाली ज्यादातर कार्डिएक प्रक्रियाओं की कीमत चीन और थाइलैंड के मुकाबले सस्ती थी, लेकिन दक्षिण कोरिया और वियतनाम के मुकाबले काफी महंगी थी। बता दें कि चीन और थाइलेंड की प्रति व्यक्ति आय भारत की प्रति व्यक्ति आय से करीब ढाई गुना ज्यादा है। साउथ कोरिया की प्रति व्यक्ति आय भारत के मुकाबले 5.4 गुना ज्यादा है। वहीं वियतनाम और भारत की प्रति व्यक्ति आय बराबर है।
इसलिए अगर वियतनाम को लिस्ट से हटा दिया जाए और जिन देशों की तुलना की गई, वे भी भारत या उससे ज्यादा विकसित और अमीर हैं। बावजूद इसके, भारत में होने वाली ज्यादातर कार्डिएक प्रक्रियाएं महंगी हैं। चीन में ये प्रकियाएं भारत के मुकाबले सिर्फ 13-25 प्रतिशत ही महंगी हैं। वियतनाम में सिर्फ 6 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं निजी स्वामित्व वाली हैं और बाईपास सर्जरी को छोड़कर उनकी दरें भी काफी सस्ती थीं। जबकि बाईपास सर्जरी भारत में अन्य देशों के मुकाबले काफी सस्ती थी।
बीएमसी कार्डियोवैस्कुलर डिसआॅर्डर्स जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में ईसीजी, कार्डिएक मेकर्स, इकोकार्डियोग्राफी, एंजियोग्राफी, एक ड्रग स्टेंट वाली एंजियोप्लास्टी, हार्ट बाईपास सर्जरी व अन्य प्रक्रियाओं की कीमतों की तुलना की गई थी। इसमें सामने आया कि सिंगल ड्रग स्टेंट वाली एंजियोप्लास्टी की कीमत चीन के मुकाबले भारत में दोगुना थी, जबकि यही कीमत दक्षिण कोरिया के मुकाबले चौगुना थी। वहीं भारत में कोरोनरी बाईपास सर्जरी की कीमत अन्य देशों के मुकाबले काफी कम थी।