नई दिल्ली। आयकर विभाग ने द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) पार्टी की प्रत्याशी कनिमोझी के आवास पर छापे के बाद तमिलनाडु के थेनी लोकसभा क्षेत्र में टीटीवी दिनाकरण के ठिकानों पर छापा मारा। दिनाकरण के ठिकानों पर हुए छापों में भारी मात्रा में कैश जब्त किया गया है। आयकर विभाग ने 1.48 करोड़ रुपये नकद जब्त किए। आयकर विभाग ने तमिलनाडु के थेनी लोकसभा क्षेत्र में संदिग्ध धन होने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद एक दुकान पर छापा मारा। इस दौरान कार्रवाई का विरोध कर रहे टीटीवी दिनाकरण नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक गुट के कार्यकतार्ओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवा में चार राउंड फायर करना पड़ा। पुलिस ने चार कार्यकतार्ओं को गिरफ्तार करने के साथ ही 155 कार्यकतार्ओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त निगरानी दस्ते के अधिकारी और आयकर विभाग के अधिकारियों की एक टीम छापा मारने पहुंची और उन्होंने वहां से नोटों के बंडल बरामद किए। यह धन कथित तौर पर मतदाताओं को बांटा जाना था। इस दल के थेनी जिले के अन्दिप्पत्ति स्थित एक दुकान पर पहुंचने पर दुकानदार दुकान का शटर गिरा फरार हो गया। ऐसा माना जा रहा है कि यह दुकान अन्नाद्रमुक (अम्मा मक्कल मुनेत्र कझगम) के एक समर्थक की है।
उन्होंने बताया कि इसके बाद अन्नाद्रमुक के समर्थकों तथा अधिकारियों के बीच झड़प हो गई और हंगामा होने पर पुलिस ने हवा में चार बार गोलियां चलाईं। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस सिलसिले में अन्नाद्रमुक के चार कार्यकतार्ओं को गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बरामद किए गए लिफाफों पर वार्ड नंबर और मतदाताओं की संख्या लिखी हुई है इसके अलावा प्रत्येक लिफाफे पर 300 रुपए लिखे हुए हैं। छापे की कार्रवाई जारी है।
कनिमोझी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में जीतने से कोई नहीं रोक सकता। कनिमोझी तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन की बहन हैं। डीएमके प्रमुख एमके स्तालिन ने कहा कि भाजपा तमिलनाडु प्रमुख तमिलसाई सुंदरराजन के यहां करोड़ों रुपये रखे हैं, वहां छापा क्यों नहीं मारा जाता? स्तालिन ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी चुनाव में दखल देने के लिए आयकर, सीबीआई, न्यायतंत्र और अब चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह हार से डर रहे हैं।