भारत बंद- प्रदेश में बेकाबू हुए प्रदर्शनकारी, हिंसा में चार की मौत, डबरा में एएसपी को पीटा

0
291

ग्वालियर। अनुसूचित जाति-जनजाति संयुक्त मोर्चा के बंद के दौरान प्रदेश में हालात बेकाबू हो चुके हैं। ग्वालियर, भिंड और मुरैना में हिंसा के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है। हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हुई है जबकि 50 लोगों से अधिक के घायल होने की खबर है। इस दौरान बंद समर्थकों ने पूरे प्रदेश में रैलियां निकालकर लोगों की दुकाने बंद करवाईं।

जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में फैली हिंसा इतनी बेकाबू हो गई कि मुरैना में प्रदर्शनकारियों की गोलीबारी में एक छात्र की जान भी चली गई। मुरैना में प्रदर्शनकारियों ने करीब पचास गाड़ियों में तोड़फोड़ की और स्टेशन पर आग लगा दी। डबरा के एएसपी राजेश त्रिपाठी को लाठियों से पीटा गया हैं वहीं मुरैना में एसडीओपी आरकेएस राठौर पर पत्थरों से हमला किया गया, जिससे वह चोटिल हो गए हैं।

ग्वालियर में धरी रह गई प्रशासन की तैयारी
वहीं ग्वालियर में बंद से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन ने पहले से तैयारी की थी। लेकिन, उग्र प्रदर्शन के आगे सारी तैयारियां धरी रह गईं। यहां प्रदर्शनकारियों ने शहर में चल रहे सार्वजनिक वाहनों से सवारियों को जबरन उतार दिया और सड़क चलती गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। ग्वालियर में फैली हिंसा के दौरान एक युवक की मौत भी हो गई। भिंड में भी प्रदर्शनकारियों का भारी उपद्रव दिखाई दिया। यहां बंद समर्थकों ने दुकानों मे लूटपाट और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके साथ ही जिन दुकानदारों ने दुकानें खोली थीं उनसे प्रदर्शनकारियों ने मरापीट भी की। इस दौरान कुछ दुकानदारों के घायल होने की भी खबर आ रही है।

ग्वालियर-चंबल संभाग में भारी हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने ग्वालियर, भिंड और मुरैना में कर्फ्यू लगाने के साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी हैं। मुरैना में बिगड़े हालात को देखते हुए आईजी चंबल भी मुरैना पहुंच चुके हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग के अलावा सीएम के गृहनगर सीहोर, टीकमगढ़, इंदौर, सिवनी, सागर आदि शहरों में भी बंद का भारी असर देखा गया। प्रदेश भर में फैली हिंसा के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर प्रदेश में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग भी की है।