नई दिल्ली। अमेरिका के साथ बनी ट्रे़ड वॉर की स्थिति के बीच भारत ने संबंधों में सुधार के मकसद से अमेरिका से करीब 1,000 नागरिक विमान खरीदने का प्रस्ताव रखा है। भारत ने अगले 7 से 8 साल के दौरान विमानों की यह खरीद करने की योजना बनाई है। इसके अलावा अमेरिका से तेल और गैस की खरीद में भी इजाफा करने की बात की जा रही है। बीते सप्ताह वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने अमेरिकी समकक्ष के साथ मीटिंग में यह बात कही।
India will buy trade war, relations improving relations over US 1000 citizen aircraft
रविवार को अमेरिका के दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के व्यापारिक प्रतिनिधि मार्क लिंस्कॉट वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ दोनों देशों के बीच व्यापार के मोर्चे पर पैदा हुई समस्याओं को लेकर बात करेंगे। भारत की ओर से अमेरिका से आयात होने वाली 29 चीजों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ले लिया गया है। इसके बाद भी भारत यह समझाने का प्रयास कर रहा है कि उसकी ओर से लगाए गए जवाबी टैक्स डब्ल्यूटीओ की ओर से उसे मिले अधिकार का प्रयोग हैं।
इस ट्रेड वॉर की शुरूआत अमेरिका ने ही भारत से आयात होने वाले स्टील और एल्युमिनियम पर टैक्स बढ़ाकर की थी। भारत की ओर से अमेरिका के समक्ष यह पक्ष रखा जा रहा है कि उसकी ओर से टैक्स की दरें बढ़ाए जाने के जवाब में ही यह फैसला लिया गया है। भारत की ओर से बढ़ाए गए टैक्स की दरें 4 अगस्त से प्रभावी होंगी। तब तक के लिए भारत ने अमेरिका को एक तरह से आपसी सहमति बनाने का वक्त दिया है।
यही नहीं 6 जुलाई को वॉशिंगटन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन की अपने समकक्षों से मुलाकात होगी। इसमें भी भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक मसलों को लेकर जारी तनाव पर चर्चा होगी और सभी मसलों का हल का एक प्रयास किया जाएगा।