रांची। क्रिकेट आस्ट्रेलिया के पास अगर ‘पिंक टेस्ट’ और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास ‘पिंक वनडे’ है तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड शुक्रवार को रांची में खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच से एक नई मुहिम शुरू कर रही है जिसके तहत वह हर साल एक मैच में भारतीय सेना जैसी कैप पहन कर उतरेगी। इसके पीछे मकसद सेना का सम्मान और उसके द्वारा दिए गए बलिदान को श्रद्धांजलि देना है। इस मुहिम की पहल लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने की है।
#TeamIndia will be sporting camouflage caps today as mark of tribute to the loss of lives in Pulwama terror attack and the armed forces
And to encourage countrymen to donate to the National Defence Fund for taking care of the education of the dependents of the martyrs #JaiHind pic.twitter.com/fvFxHG20vi
— BCCI (@BCCI) March 8, 2019
यह मुहिम भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज के तीसरे वनडे से शुरू हो रही है और अब हर साल भारतीय टीम अपने घर में एक मैच में सेना जैसी कैप पहन कर मैदान पर उतरेगी। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि धोनी का सेना के प्रति प्यार जगजाहिर है।
उन्होंने कहा, “यह बहुत अच्छी बात है कि इस वार्षिक कार्यक्रम की शुरुआत लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी के गृहनगर से हो रही है क्योंकि यह कोई दिखावे के लिए नहीं है बल्कि एक ईमानदार मुहिम है। अधिकारी ने कहा, “मेरे लिए, सुरक्षा बलों के साथ एकजुटता दर्शाती आज की सांकेतिक मुहिम बीसीसीआई के दान देने से ज्यादा सशक्त है।”
इस विचार को तफ्सील से बताते हुए अधिकारी ने कहा, “इस विचार के बीच मकसद सेना और उनके परिवार को श्रद्धांजलि देना है। साथ ही देशवासियों को राष्ट्रीय रक्षा कोष में सहयोग देने के लिए प्रेरित करना है ताकि शहीदों के बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाया जा सके। करीबी सूत्रों ने बताया कि धोनी और कोहली ने इसके लिए खेल उत्पाद बनाने वाली कंपनी नाइकी के साथ मिलकर काम किया है। अधिकारी ने कहा, “यह दोनों हमारे साझेदार नाइकी के साथ मिलकर बीते छह महीनों से इस मुहिम पर काम कर रहे थे।”