इस्लामाबाद/नई दिल्ली। पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने शुक्रवार को पीटीआई चीफ इमरान खान से उनके इस्लामाबाद स्थित आवास पर मुलाकात की और उन्हें पिछले महीने हुए आम चुनाव में जीत की बधाई दी। इस दौरान सीमापार आतंकवाद और कश्मीर मुद्दे पर भी चर्चा हुई। बिसारिया ने बातचीत को सकारात्मक और रचनात्मक बताया। बता दें कि इमरान खान 18 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
Indian High Commissioner met before taking oath of Imran PM, discussions on terrorists and Kashmir issue
टाइम्स आॅफ इंडिया ने शुक्रवार को मुलाकात से पहले ही बता दिया था कि बिसारिया इमरान खान से मिलेंगे। बातचीत के दौरान बिसारिया ने जहां सीमापार आतंकवाद और आतंकी घुसपैठ का मामला उठाया, वहीं इमरान ने कश्मीर मुद्दे और घाटी में भारतीय बलों द्वारा कथित मानवाधिकार उल्लंघनों का मुद्दा उठाया।
बिसारिया ने ट्वीट किया कि खान के साथ उनकी चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक रही। भारतीय उच्चायुक्त ने इमरान खान को एक क्रिकेट बैट भी उपहार में दिया, जिसपर टीम इंडिया के सभी सदस्यों का दस्तखत था। बिसारिया ने इमरान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी बधाई दी।
इमरान खान ने भारत से दक्षिण एशियाई देशों के संगठन रअअफउ के इस्लामाबाद में होने वाले अगले शिखर सम्मेलन में शामिल होने की भी अपील की। बिसारिया और इमरान ने तमाम मुद्दों और भारत-पाक संबंध को लेकर चर्चा की। पीटीआई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष ने आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर विशेष चर्चा की।
सूत्रों ने बताया कि इमरान ने दोनों देशों के बीच कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत की प्रक्रिया को फिर शुरू करने का जोर दिया। बिसारिया ने कहा, ‘भारत को विश्वास है कि पाकिस्तान के साथ रिश्तों में सकारात्मक बदलाव आएगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मोदी और खान के बीच फोन पर हुई बातचीत ने नई उम्मीदों को जन्म दिया है।’
चुनावों में जीत हासिल करने के बाद से ही तमाम देशों की हस्तियों ने इमरान खान से उनके आवास पर मुलाकात कर बधाई दी है। कई राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं ने फोन कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 30 जुलाई को इमरान खान को फोन कर चुनावों में मिली जीत पर उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत पाकिस्तान के साथ रचनात्मक संबंधों का हिमायती है और दोनों देशों को रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करनी चाहिए। इमरान ने भी पीएम मोदी से बातचीत में बेहतर द्विपक्षीय संबंधों की वकालत की। खान ने कहा कि युद्ध से आपदाएं आती हैं न कि संघर्षों का समाधान निकलता है।