इंग्लैंड में खेले जाने वाले आगामी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा आज दोपहर को होगी

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मुंबई। इंग्लैंड में खेले जाने वाले आगामी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा आज दोपहर को होगी। 15 सदस्यीय इस टीम में 13 खिलाड़ियों के नाम तय हैं और चयन समिति को सिर्फ दो नामों पर ही चर्चा करनी है। टीम के लिए उपयुक्त नंबर 4 का बल्लेबाज और धोनी के बाद दूसरा विकेटकीपर बल्लेबाज। इसके अलावा दो और सवाल हैं, जिन पर चयन समिति के लोग बातचीत कर सकते हैं। इनमें पहला सवाल है, क्या एक्स्ट्रा फास्ट बोलर ले जाया जाएगा और दूसरा सवाल है, टीम का रिजर्व ओपनर कौन होगा। हालांकि ये दोंनो ही सवाल ऐसे हैं, जिन पर सिलेक्टरों को बहुत ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी होगी। इसलिए आज मुंबई में होने वाली चयन समिति की मीटिंग सिलेक्टर्स के लिए चाय पर चर्चा से ज्यादा कुछ नहीं है।
टीम में जिन दो स्थानों पर जो गुंजाइश नजर आ रही है। उसके लिए संभावित खिलाड़ियों में कड़ी टक्कर है। ऐसे में इन दो स्थानों के लिए चयनकतार्ओं में गहन चर्चा की गुंजाइश है। चर्च के लिए सबसे अहम सवाल यह है कि टीम के लिए नंबर चार की जगह कौन हासिल करेगा, रिजर्व विकेट कीपर कौन हो सकता है। इसके अलावा एक्स्ट्रा फास्ट बोलर और रिजर्व ओपनर पर भी लंबी चर्चा होने की संभावना है।

मुश्किल है रिजर्व विकेट कीपर की गुत्थी
टीम में रिजर्व विकेटकीपर की बात करें, तो दिल्ली के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का ग्राफ पिछले एक साल में तेजी से ऊपर गया है। तेज बल्लेबाजी के लिए अपनी पहचान बनाने वाले पंत को वर्ल्ड कप खेलने के लिए बिल्कुल तैयार माना जा रहा है। हालांकि यहां पंत को दिनेश कार्तिक से कड़ी चुनौती मिल रही है। तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को उनके बेहतरीन अनुभव के कारण तरजीह दी जा सकती है।
लेकिन पंत के पक्ष में जो मजबूत बात जाती है वह यह है कि एक विस्फोटक होने के साथ-साथ लेफ्टहैंडर बल्लेबाज भी हैं। मौजूदा भारतीय टीम का जो स्वरूप है उसमें पंत के बिना टॉप 7 बल्लेबाजों में मिडल आॅर्डर के लिए कोई भी बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं है।
लेफ्टहैंडर होना पंत के पक्ष में
टीम सिलेक्शन की पूर्व संध्या पर हमारे सहयोगी टाइम्स आॅफ इंडिया ने सिलेक्शन से जुड़े करीबी सूत्रों से बात की तो मालूम चला, ‘सिलेक्टर्स टीम में शिखर धवन के अलावा एक और लेफ्टहैंडर की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में यह बात पंत के पक्ष में जाती है। टीम मैनेजमेंट ने बीते साल सुरेश रैना को भी इसी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए इंग्लैंड दौरे पर वनडे टीम में मौका दिया था। लेकिन रैना इस मौके को भुना नहीं पाए।
विस्फोटक बल्लेबाज हैं पंत
भारतीय टीम के पूर्व चीफ सिलेक्टर और पूर्व विकेटकीपर खिलाड़ी किरण मोरे ने पंत की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं अगर यह वर्ल्ड कप टीम चुन रहा होता तो निश्चिततौर पर मैं यहां पंत को मौका देता। वह मैच विनर खिलाड़ी हैं। नंबर 6 पर बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त ‘विस्फोटक’ बल्लेबाज, जो किसी भी बोलिंग अटैक को ध्वस्त कर सके। इसके अलावा वह भारत से बाहर भी टेस्ट में शतक ठोक चुके हैं। जो भी खिलाड़ी ऐसा करता है उसे टीम में चुना जाना चाहिए। आपके पास उसके अलावा कोई लेफ्टहैंडर भी नहीं है। इतना ही नहीं वह किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। जरा सोचिए अगर टीम इंडिया का स्कोर 200 रन पर 2 विकेट हैं और वह पंत बैटिंग पर उतर आएं, तो विपक्षी टीम की क्या हालत होगी।’

मोरे को लगता है कि अगर पंत को इस वर्ल्ड कप में मौका दिया जाता है तो यह उन्हें भविष्य में भी अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगा। पंत की विकेटकीपिंग पर उठ रहे सवालों पर मोरे ने कहा, ‘आप देख सकते हैं कि इस आईपीएल में उनकी विकेटकीपिंग में सुधार साफ नजर आ रहा है। विकेट के पीछे उनके परफॉर्मेंस में काफी सुधार हुआ है।’

दिनेश कार्तिक को नहीं कर सकते नजरअंदाज
हालांकि आप दूसरे विकेटकीपर के सवाल पर दिनेश कार्तिक की अनदेखी कर दें, ऐसा भी संभव नहीं है। तमिलनाडु के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने टीम के मिडल आॅर्डर को कई बार संभाला है। उन्होंने कई बार टीम को आसानी के साथ जीत दिलाई है तो जरूरत पड़ने पर कई बार अपनी हिटिंग स्ट्रेंथ को भी दशार्या है। कोलंबो में खेले गए निदाहास ट्रोफी के फाइनल मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 8 बॉल पर 29 रन की नाबाद पारी भारतीय टीम को उस फिसलते हुए मैच में विजेता बनाया था। भले ही पंत लंबे-लंबे छक्के जड़ सकते हैं लेकिन परिस्थितियों के लिहाज से तालमेल बैठाकर पारी को संभालना कार्तिक बखूबी जानते हैं। वह मुश्किल हो चुकीं स्थितियों में गैप ढूंढकर चौका निकालने में माहिर हैं। वहीं पंत का लगातार आक्रामक शॉट खेलने का प्रयास करना भी संदेह के घेरे में है। इससे टीम को गंभीर स्थिति में नुकसान भी हो सकता है।

नंबर 4 पर कड़ी टक्कर
इसी तरह नंबर 4 की पोजिशन के लिए युवा आॅलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर भी अंबाती रायुडू पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। वनडे क्रिकेट में 47.05 की औसत से रन बनाने वाले रायुडू बीते कुछ समय में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में उनका प्रदर्शन (स्कोर- 2, 18 और 13) बेहद निराशाजनक रहा था। वर्ल्ड कप से ऐन पहले रायुडू के इस प्रदर्शन ने सिलेक्टर्स को थोड़ा परेशान भी किया। क्योंकि उन्हें पहले से इस स्थान के लिए उपयुक्त माना जा रहा था।
एक्स्ट्रर फास्ट बोलर जाएगा?
इंग्लैंड की परिस्थितियों फास्ट बोलिंग के अनुकूल रहती हैं। ऐसे में एक एक्स्ट्रा पेस बोलर को ले जाने का फैसला हुआ तो उमेश यादव, खलील अहमद, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर के नाम उभरकर आएंगे। आॅलराउंडर विजय शंकर भी उपयोगी पेसर हैं, लेकिन उनकी स्पीड बहुत ज्यादा नहीं है। विजय के आने से टीम का संतुलन और बेहतर हो जाता है।

कौन होगा रिजर्व ओपनर?
लोकेश राहुल तगड़े दावेदार हैं। करियर के 14 वनडे मैचों में से सात में ही ओपनर रहे है, लेकिन 280 रन भी बनाए हैं। इस कढछ में एक सेंचुरी और तीन हाफ सेंचुरी सहित 331 रन बना चुके हैं । कामचलाऊ विकेटकीपर भी हैं। पृथ्वी साव से चुनौती मिल सकती हैं।

संभावित टीम: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, महेंद्र सिंह धोनी (६ह्य), केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत