उमरिया। उमरिया में जय किसान ऋणमाफी योजना में बड़े घोटाले की तैयारी चल रही थी। यहां की पड़वार सेवा सहकारी समिति में तीन साल पहले 13.88 करोड़ रुपए के गबन की राशि को किसानों का कर्ज दिखा दिया गया। बिना एक रुपए कर्ज लिए ही छह ग्राम पंचायत के 2190 किसानों को कर्जदार बन गए।
jay kisaan rnamaaphee mein bada ghotaala: bina karj lie hee 2190 kisaan bane karjadaar
इन किसानों का कर्ज 2 लाख के अंदर बताया गया, जिससे सभी कर्जमाफी योजना के अंदर आ सकें। समिति ने किसानों की ऋण सूची पोर्टल पर अपलोड करके गांवों में चस्पा कर दिया। सूची में नाम देखकर किसानों के होश उड़ गए और उन्होंने इसकी शिकायत कलेक्टर से की। कलेक्टर ने टीम बनाकर मामले की जांच कराई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
छह गांवों के 2190 किसानों के नाम
समिति पड़वार में जय किसान ऋणमाफी योजना के अन्तर्गत कुल 2190 किसानों के कुल 138842005.50 संबंधी कृषि ऋण की जानकारी शाखा इन्दवार के लॉगिन से मप्र एपेक्स बैंक यूटिलिटी पोर्टल (ऋण माफी योजना में) प्रविष्टि कराई गई है। इस सूची में समिति पड़वार से संबधित छह ग्राम पंचायत क्रमश: पड़वार, सलैया, सुखदास,बचहा, मुड़गुड़ी, बेल्दी मे चस्पा की गई। इसके बाद किसानों ने विभिन्न माध्यमों से शिकायत दर्ज कराई। इस समिति के पास सबसे ज्यादा कर्जमाफी के प्रकरण हैं।
जांच टीम के सामने किसानों ने कहा- नहीं लिया कर्ज
जांच टीम ने सैलया निवासी किसान सोहन, धनुषधारी , ललती बाई आदि समेत लगभग 250 किसानों के बयान दर्ज किए। जांच में किसानों ने बताया कि उन्होंने कर्ज नहीं लिया है। समिति के कर्ज वितरण चिट्ठा से कर्ज का मिलान किए जाने पर इनका कर्ज भी नहीं पाया गया। कुछ प्रविष्टियां पाई गईं, जिनमें हस्ताक्षर या अंगूठा संबंधित किसानों का नहीं है।
पहले से दर्ज है एफआईआर
समिति मे पूर्व से आर्थिक अनियमितता के प्रकरण क्रमांक 54/18 दिनांक 08.03.2018 के तहत एफआईआर थाना अमरपुर मे दर्ज है। इसके कारण समिति के ऋण संबंधी समस्त अभिलेख थाना अमरपुर मे जब्त है। पुलिस चौकी प्रभारी की उपस्थिति में जब्तशुदा रिकार्डों की सहायता से समिति में जांच की गई।