नई दिल्ली
बंद हो चुकी जेट एयरवेज के डिप्टी चीफ एग्जिक्यूटिव और चीफ फाइनेंशल आॅफिसर अमित अग्रवाल ने मंगलवार को कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। अग्रवाल ने कहा है कि, ‘मैं सूचित चाहता हूं कि मैं व्यक्तिगत कारणों से कंपनी से इस्तीफा दे रहा हूं।’दिसंबर 2015 में अमित अग्रवाल जेट एयरवेज ये जुड़े था।
अग्रवाल को जेट के संस्थापक नरेश अग्रवाल का करीबी माना जाता रहा है। इससे पहले अमित सुजलोन एनर्जी में चीफ फाइनेंशल आॅफिसर थे। इतना ही नहीं, वह अर्सेलर मित्तल और एस्सार स्टील जैसी कंपनियों से भी जुड़े रह चुके हैं।
जेट में निवेश के लिए तैयार हुआ था एतिहाद
हाल ही में एतिहाद एयरवेज ने जेट एयरवेज में अपनी वित्तीय और तकनीकी बोली को जमा किया था। इस संदर्भ में एतिहाद के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए कहा था कि कंपनी जेट एयरवेज में निवेश करने के लिए तैयार हो गई है। हालांकि यह नियमों के अनुसार 49 फीसदी हिस्सेदारी ही खरीद सकती है। बाकी की 51 हिस्सेदारी भारतीय कंपनियों को खरीदनी होगी। एतिहाद के इस कदम से जेट एयरवेज के फिर से उड़ान संचालन करने की संभावना को बल मिला है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा था कि भारत विशव में एक सबसे तेजी से बढ़ता हुआ विमानन बाजार है। यह संयुक्त अरब अमीरात का भी एक मुख्य सहयोगी है। एतिहाद पिछले 15 महीने से जेट के मुख्य स्टेकहोल्डर्स से चर्चा कर रहा था ताकि कंपनी को किसी भी हालत में चलाया जा सके।
जेट ने पिछले 17 अप्रैल को पैसों की कमी के चलते अपना संचालन अस्थाई तौर पर बंद कर दिया था। गौरतलब है कि जेट को खरीदने के लिए एतिहाद एयरवेज, नेशनल इंवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, टीपीजी कैपिटल और इंडिगो पार्टनर्स ने निविदाएं जमा की थीं।