झाबुआ उपचुनाव: कांग्रेस में उम्मीदवार को लेकर हलचल तेज, कमलनाथ पहुंचे दिल्ली

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TIO भोपाल

झाबुआ उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही राजनैतिक पार्टियों के दिलों की धड़कने तेज हो गई है, वही उम्मीदवारों ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।सोमवार से नामांकन भरने का सिलसिला भी शुरु हो गया है जो तीस सितंबर तक चलने वाला है।

नाम वापसी की अंतिम तारीख तीन अक्टूबर तक है।लेकिन अबतक कांग्रेस -बीजेपी में उम्मीदवार का नाम तय नही हो पाया है।सबसे ज्यादा असमंजस की स्थिति कांग्रेस में है इसका कारण है दावेदारी कर रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया और विधानसभा चुनाव में बागी रहे जेवियर मेड़ा ।पार्टी को समझ नही आ रहा है कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए। इसी बीच सीएम कमलनाथ दिल्ली पहुंचे है, जहां उम्मीदवार के नाम को लेकर मंथन किया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि आज-कल में कांग्रेस उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है, ताकी प्रचार का पूरा समय मिल सके।

इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने रविवार को यह संभावना जताई थी कि सोमवार तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बताया जाता है कि कांतिलाल भूरिया व उनके पुत्र डॉ. विक्रांत दोनों में से किसी एक को टिकट देने के लिए पार्टी पर लगातार दबाव बनाए हैं।वही मेढ़ा के समर्थकों ने भी मोर्चा खोल रखा है और हर हाल में मेढ़ा को उम्मीदवार बनाने में जुटे हुए है।चुंकी विधानसभा में बगावत के दौरान मेड़ा को खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आश्वासन दिया था, इसी के चलते मेढ़ा सीएम के भरोसे पर उम्मीद लगाकर बैठे हैं कि इस बार उन्हें मौका दिया जाएगा।

माना जा रहा है कि कांग्रेस की गुटबाजी को रोकने के लिए सीएम कमलनाथ ने खुद यहां की जिम्मेदारी ली है, जो फार्मूला पार्टी ने तय किया है, उसके तहत कांतिलाल भूरिया को पार्टी राज्यसभा भेजेगी और जेवियर मेढ़ा को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया जाएगा। वहीं कांतिलाल भूरिया का कहना है कि झाबुआ सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से तैयार है और प्रत्याशी कौन होगा ये सीएम कमलनाथ और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे। ये सीट स्थानीय विधायक जीएस डामोर के लोकसभा के लिए चुन लिए जाने से खाली हुई है। कांग्रेस इस सीट को लेकर जिस तरह से दमखम लगा रही है, उससे लगता है कि कांग्रेस और मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये कि कांग्रेस किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी।