जयपुर। राजस्थान के जयपुर में खतरनाक जीका वायरस के शनिवार को 8 नए मामले सामने आने के बाद इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 50 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि इनमें से 38 लोग पहले से बेहतर हैं। राहत की बात यह है कि जीका के मामले अब जयपुर के शास्त्री नगर तक सीमित रह गए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग और जयपुर नगरपालिका ने रविवार से एक घर-घर जाकर चेकिंग करने का फैसला किया है। अगर किसी घर में वायरस का लार्वा मिला तो परिवार पर जुमार्ना लगाया जाएगा।
Jika virus, dangerous number of 50 infected people in Jaipur
जीका-प्रभावित इलाकों में सर्वे करने के लिए लगभग 276 टीमें शनिवार को तैनात की गईं। स्वास्थ्य विभाग ने उन अफसरों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जो अपनी ड्यूटी सही से नहीं करते। अडिशनल चीफ सेक्रटरी (हेल्थ) वीनू गुप्ता ने शनिवार को जीका-प्रभावित शास्त्री नगर का निरीक्षण किया और हीराबाग के नर्सेज ट्रेनिंग सेंटर का दौरा किया। यहां जीका की चपेट में आए मरीजों को अलग से रखा गया है।
पानी के टैंक को साफ नहीं करते लोग
स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि लोग अपने पानी के टैंक साफ नहीं करते, जिससे मच्छरों को उनके घरों के अंदर पैदा होने का मौका मिलता है। विभाग ने 11,313 घरों में सर्वे किया और उनमें से 2,282 में लार्वा पाया गया। स्वास्थ्य विभाग ने 75 बुखार पीड़ितों और 58 गर्भवती महिलाओं के 133 यूरिन और ब्लड सैंपल परीक्षण के लिए सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज भेजे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया है कि जिला कलेक्टर और शहर के सिंधी कैंप इलाके में राजपूत हॉस्टल के प्रशासन की मदद से खाने और परीक्षण के फॉर्म्स भरने का ध्यान रखा जा रहा है। राजपूत हॉस्टल में जीका के चार पॉजिटिव मामले सामने आए थे। जिन छात्रों को एग्जाम फॉर्म भरने थे, उन्होंने हॉस्टल में ही भरने दिया जा रहा है। करीब 140 लोग हॉस्टल के परिसर में अलग किए गए हैं।